नौकरशाही और राजनीति के क्षेत्र में यौन उत्पीडऩ की घटनाओं को लेकर उक्रांद ने अपनाए तीखे तेवर, दी आंदोलन की चेतावनी
आंदोलन की चेतावनी
देहरादून: नौकरशाही और राजनीति के क्षेत्र में यौन उत्पीडऩ की घटनाओं को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) ने तीखे तेवर अपना दिए हैं। उक्रांद के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने चेतावनी दी है कि आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई न किए जाने पर सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आरोपित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के बजाए उन्हें पदोन्नति दी जा रही है। सरकार अपनी ही पार्टी और विधायकों पर लगे यौन उत्पीडऩ के आरोपों की जांच नहीं कर रही है, तो आम जनता की तो बात ही दूर है। सेमवाल ने कहा कि लोक निर्माण विभाग में यौन उत्पीडऩ के आरोपित की जांच कनिष्ठ अधिकारियों से कराई गई। इसमें विशाखा गाइडलाइन का भी पालन नहीं किया गया।
वहीं, बिना विभागीय मंत्री के अनुमोदन के ही पदोन्नति दे दी गई। महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल ने कहा कि कार्यस्थल पर यौन उत्पीडऩ के लिए बनाई गई समिति भी प्रभावशाली भूमिका नहीं निभा रही है, जिसके चलते कार्यस्थल पर यौन उत्पीडऩ के मामले बढ़ रहे हैं। युवा मोर्चा के सचिव राजेंद्र ङ्क्षसह गुसार्ईं ने कहा कि यौन ङ्क्षहसा की कई पीडि़तों को वर्ष 2013 से मुआवजा नहीं मिला है। उन्होंने विशाखा गाइडलाइन के अनुसार जांच समिति गठित करा कार्रवाई की मांग की है। महिला मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष सरोज रावत ने यौन उत्पीडऩ के मामलों की त्वरित जांच को व्यवस्था बनाने की मांग की।
राज्य आंदोलनकारियों का क्रमिक अनशन शुरू
सरकारी नौकरी में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की मांग को लेकर धरने पर बैठे राज्य आंदोलनकारियों ने 11वें दिन क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है।
शहीद स्मारक पर उत्तराखंड पीडि़त राज्य आंदोलनकारी मंच के बैनर तले शनिवार को नवीन नैथानी और पंकज रावत क्रमिक अनशन पर बैठे। मंच के प्रदेश अध्यक्ष क्रांति कुकरेती ने कहा कि दो आंदोलनकारी हर रोज 24 घंटे के लिए क्रमिक अनशन पर रहेंगे। वहीं, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी ने कहा कि लंबे समय से राज्य आंदोलनकारी 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की मांग कर रहे हैैं। उन्होंने कहा कि यदि मांग पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा। किच्छा से जानकी प्रसाद राजपूत और संजीव कुमार के नेतृत्व में कई राज्य आंदोलनकारियों ने मंच को समर्थन दिया। इस मौके पर राम किशन, सूर्यकांत बमराड़ा, विकास रावत, अंबुज शर्मा, अभय कुकरेती, ललित जोशी, शैलेंद्र राणा, लाखन ङ्क्षसह, प्रभात डंडरियाल आदि मौजूद रहे।