हल्द्वानी में मानवता फिर हुई शर्मसार, नवजात को मां ने खेत में फेंका, कड़ाके की ठंड से जीती 'जिंदगी' की जंग
हल्द्वानी के मंडी चौकी क्षेत्र में गुरुवार को मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हल्द्वानी के मंडी चौकी क्षेत्र में गुरुवार को मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई। एक मां ने अपने नवजात शिशु को जन्म देने के बाद खेत में फेंक दिया। बुधवार रात 6 डिग्री न्यूनतम तापमान में कड़ाके की ठंड को हराकर शिशु जीवित रहा। गुरुवार सुबह आसपास के लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे उपचार के लिए एसटीएच में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत सामान्य बताई जा रही है।
डॉक्टरों का कहना है कि इतनी ठंड में खुले खेत में बच्चे का जीवित मिलना किसी चमत्कार से कम नहीं है। उधर, नवजात के इस तरह मिलने पर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। पुलिस ने अज्ञात महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार मंडी चौकी क्षेत्र में पुरानी आईटीआई के पास वृंदावन बिल्डर वाली गली में गुरुवार सुबह लोगों को खाली खेत से बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी।
मौके पर पहुंचे लोग वहां नवजात शिशु को देख सन्न रह गए। कुछ ही देर में मौके पर भीड़ जुट गई। सुबह करीब 9 बजे लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। चौकी प्रभारी विजय पाल टीम के साथ मौके पर पहुंचे और नवजात को गर्म कपड़े में लपेटकर एसटीएच ले गए। पुलिस प्रारंभिक जांच में अवैध संबंध से जुड़ा मामला बता रही है।
यह भी माना जा रहा है कि रात में किसी समय बच्चे को यहां फेंका गया होगा। रात में कड़ाके की ठंड में खुले आसमान में पड़े रहने के बाद शिशु के स्वस्थ होने पर भी लोग हैरानी जता रहे हैं। चौकी प्रभारी विजय पाल ने बताया अज्ञात महिला के खिलाफ धारा-317 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
अस्पतालों की जांच, सीसीटीवी खंगाले
पुलिस ने मामले की जांच शुरू करते हुए आसपास के अस्पतालों में जांच की। बीते दिनों पैदा हुए बच्चों का ब्योरा जुटाया गया। इसके अलावा घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले। पुलिस का कहना है कि जल्द मामले का खुलासा किया जाएगा।
एक माह पहले भी हुई थी ऐसी घटना
बीते एक माह पहले बरेली रोड स्थित आरएफसी गोदाम के पास नवजात बच्ची का शव इसी तरह फेंका गया था। शव को एक कुत्ता अपने जबड़े में दबा कर ले जा रहा था। लोगों की सूचना पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। उस मामले का अब तक खुलासा नहीं हुआ है।
डॉक्टर भी हैरान
डॉ. ऋतु रखोलिया, वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ, मेडिकल कॉलेज एवं प्रभारी एसएनसीयू, एसटीएच, हल्द्वानी ने कहा, 'ठंड में नवजात को ज्यादा खतरा रहता है। इस मामले में बच्चा कड़ाके की ठंड में जीवित रहा, इसे चमत्कार जैसा कुछ कह सकते हैं। फिलहाल नवजात को एसएनसीयू में रखकर उसकी देखभाल की जा रही है। उसकी जरूरी जांचें की जा रही हैं।'