Haldwani: मोर्चरी की बिजली गुल, पोस्टमार्टम हाउस के डीप फ्रीजर में सड़ने लगे शव
Haldwani हल्द्वानी । लापरवाही से पोस्टमार्टम हाउस के डीप फ्रीजर में रखे शव सड़ने लगे। रविवार को शिनाख्त के लिए पहुंचे मृतकों के परिजनों को जब दुर्गंध आई तो उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। बमुश्किल उन्हें समझा-बुझाकर शांत किया गया। मामला मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी तक पहुंचा तो उन्होंने संबंधित को फटकार लगाई।
जिन शवों की शिनाख्त नहीं हो पाती उन्हें सुरक्षित रखने के लिए पोस्टमार्टम हाउस के डीप फ्रीजर में रखा जाता है। 72 घंटे बाद भी यदि शिनाख्त नहीं होती तो नियमत: शव का पोस्टमार्टम कराया जाता है। इधर, बरसात के सीजन में लगातार कई घंटे बिजली गुल रहती है। बावजूद इसके पोस्टमार्टम हाउस के जनरेटर का उपयोग नहीं किया जा रहा।
जिससे डीप फ्रीजर में रखे शव भी सड़ने लगे। रविवार को कुछ लोग शवों की शिनाख्त के लिए पहुंचे तो शवों से उठ रही तेज दुर्गंध से परेशान हो गए। डीप फ्रीजर खोल कर जब परिजनों को शिनाख्त के लिए ले जाया गया तो वह शवों से उठती दुर्गंध से बौखला गए। उन्होंने पोस्टमार्टम हाउस में हंगामा शुरू कर दिया। वहां चिकित्सकों व स्टाफ के लोगों ने बमुश्किल उन्हें समझा बुझा कर शांत कराया।
पता लगा कि बिजली जाने के दौरान पोस्टमार्टम हाउस में जनरेटर नहीं चलाया जाता है। इस कारण शव खराब हो रहे हैं। पोस्टमार्टम के दौरान जब चिकित्सक फोन करते हैं तब जनरेटर चलाया जाता है।
सोमवार को जब पोस्टमार्टम के दौरान भी जरनेटर नहीं चला तो फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के ऑफिस इंचार्ज प्रताप सिंह बोरा ने जनरेटर चलाने वाले कर्मचारी को फोन किया। बोरा ने बताया कि कर्मचारी ने पहले तो डीजल नहीं होने का बहाना बनाया। फिर वह अभ्रदता में उतर आया। इसके बाद प्राचार्य से शिकायत की गई। तब जाकर जनरेटर चलाया गया।