आज से इन चीजों पर रहेगा प्रतिबंध, नहीं माने नियम तो करनी पड़ेगी भरपाई
रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक का काफी सामान आज एक जुलाई से प्रतिबंधित रहेगा।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक का काफी सामान आज एक जुलाई से प्रतिबंधित रहेगा। देहरादून में इसके लिए निगम और जिला प्रशासन की ओर से प्रचार प्रसार के साथ-साथ अभियान भी चलाया जाएगा। इसी क्रम में गुरुवार को प्लास्टिक के सामान के थोक विक्रेताओं ने मेयर से भी मुलाकात की है। उन्होंने इसमें सहयोग की बात कही है। मेयर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि शुक्रवार से अभियान शुरू किया जाएगा।
शुरुआत में प्रचार प्रसार के साथ चेतावनी दी जाएगी। इसके बाद जुर्माना लगाया जाएगा। बताया कि व्यापारी भी निगम के काम में सहयोग के लिए तैयार हैं। उन्होंने अपनी-अपनी दुकानों पर स्टीकर लगाने की बात कही है। साथ ही खुद ही प्लास्टिक में सामान न बेचने की मुहिम शुरू करने की बात कही है।
इधर, डीएम डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि लोगों को जागरूक किया जाएगा। व्यापारियों से भी अपील की जाएगी, ताकि प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद हो सके। इसके लिए लोगों को इस नियम में सजा और जुर्माने के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। बताया कि यदि कोई चेतावनी के बाद भी नहीं मानता है, तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
ये सामान होंगे बंद
सिंगल यूज प्लास्टिक (कप, प्लेट, गिलास, कटोरे, कांटे, चाकू, चम्मच व स्ट्रा), डिश बाउल, ट्रे, गिलास व ढक्कन (सभी सिंगल यूज प्लास्टिक वाले), खाद्य पदार्थों की पैकिंग के लिए प्लास्टिक बैग व पाउच, यूज एंड थ्रो रेजर्स व पेन आदि, सजावट के लिए थर्माकोल का इस्तेमाल, प्लास्टिक कैरी बैग, औद्योगिक पैकेजिंग 50 माइक्रोन से कम, कंटेनर 250 माइक्रोन से कम, ईयर बड्स, झंडेेे और कैंडी के लिए इस्तेमाल होने वाली स्टिक।
हरिद्वार: 500 किलो प्लास्टिक जब्त, ड्यूटी पूरी, हो गई खानापूर्ति
हरिद्वार में बाजारों से लेकर गंगा घाटों पर प्लास्टिक केन और बिछाने की पन्नी बेचने की अनगिनत दुकानें सजी हैं। नगर निगम प्रशासन के लिए इनकी बिक्री रोकना किसी चुुनौती से कम नहीं है। गुरुवार को नगर निगम की टीम ने गंगा घाट और बाजारों में अभियान चलाया। 500 किलो प्लास्टिक की केन पकड़ी और अर्थदंड लगाकर ड्यूटी पूूरी कर ली। टीम के जाते ही फिर दुकानें सज गईं। हरिद्वार में लाखों लोग रोजाना हरकी पैड़ी एवं आसपास के घाटों पर स्नान करते हैं। गंगा आरती में शामिल होते हैं। स्नान के दौरान कपड़े एवं सामान रखने के लिए जमीन पर बिछाने के लिए प्लास्टिक की पन्नी खरीदते हैं। पन्नी बेचने वाले घाटों पर घूमते रहते हैं। स्नान के बाद प्लास्टिक के केन में भरकर गंगा जल ले जाते हैं।
प्लास्टिक के इस्तेमाल और बिक्री रोकने के लिए पांच टीमें बनाई
बाजारों और गंगा घाटों की सीढ़ियों से लेकर हर तरफ केन बेचने वाले नजर आते हैं। नगर निगम और पुलिस प्रशासन समय समय पर उनकी धरपकड़ की औपचारिकता करता है और जुर्माना भी लगाता है। कई बार सामान जब्त करता है, लेकिन फिर दुकानें सज जाती हैं। अब सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगने के बाद नगर निगम ने प्लास्टिक के इस्तेमाल और बिक्री को रोकने के लिए पांच टीमें बनाई हैं। गुरुवार को निगम की टीम ने हरकी पैड़ी क्षेत्र और आसपास के बाजारों के साथ ही अलकनंदा घाट, सीसीआर के समीप, सुभाष घाट, नाईसोता घाट से प्लास्टिक 500 किलो केन जब्त कर अर्थदंड वसूला। टीम देखकर बेचने वालों में भगदड़ मच गई। लेकिन टीम के वापस लौटते ही फिर दुकान सज गई