सीएम धामी ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर की बात, फंसे उत्तराखंड के श्रद्धालुओं की मदद का किया अनुरोध

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अमरनाथ यात्रा मार्ग पर फंसे उत्तराखंड के श्रद्धालुओं मदद के लिए जम्मू कश्मीर प्रशासन से अनुरोध किया है।

Update: 2022-07-10 05:22 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अमरनाथ यात्रा मार्ग पर फंसे उत्तराखंड के श्रद्धालुओं मदद के लिए जम्मू कश्मीर प्रशासन से अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी फोन पर बात की। उन्होंने दुर्घटना पर दुख व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति की ईश्वर से कामना की।

मुख्यमंत्री रक्षा मंत्री राजनाथ से भी फोन पर बात की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमरनाथ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकलने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। प्रभावितों को हरसंभव मदद दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने जम्मू कश्मीर प्रशासन से अमरनाथ यात्रा में फंसे उत्तराखंड के नागरिकों की हरसंभव सहायता प्रदान करने करने का अनुरोध भी किया। सीएम ने बताया कि केंद्र सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित वापस निकाले लिए तत्परता से कार्य कर रही है।
अमरनाथ में बादल फटने के बाद देहरादून के लोग भी वहां गए अपने सगे-संबंधियों की कुशलक्षेम पूछ रहे हैं। अमरनाथ में देहरादून के अधिकारियों समेेत कई श्रद्धालु वहां सुरक्षित स्थानों पर सकुशल हैं। श्रद्धालुओं के कई जत्थे दर्शन कर लौट भी चुके हैं। इन लोगों ने फोन पर अपने परिजनों को सकुशल होने की सूचना दी है।
सचिवालय के सूत्रों ने बताया कि पशुपालन विभाग के निदेशक प्रेम कुमार, अपर निदेशक भुवन चंद्र कर्नाटक, लोकेश कुमार, अविनाश आनंद और संयुक्त निदेशक नीरज सिंघल भी बृहस्पतिवार को देहरादून से अमरनाथ रवाना हुए थे। शुक्रवार को जिस वक्त अमरनाथ में बादल फटा, ये लोग वहां से काफी नीचे थे। उन्होंने अपने परिचितों को बताया कि सभी सुरक्षित ठिकानों पर हैं।
वहीं, रामनगर लक्खीबाग निवासी नीशू गुप्ता और आईएसबीटी के समीप रहने वाले नवीन सिंघल अमरनाथ के दर्शन कर शुक्रवार सुबह ही लौटे हैं। वे शनिवार को कटरा से वैष्णो देवी के लिए रवाना हो चुके थे। उन्होंने फोन पर खुद के सुरक्षित होने की सूचना परिजनों को दे दी। इसके अलावा तरंग जायसवाल और निखिल जायसवाल निवासी राजीवनगर, राम कुमार चौधरी निवासी अपर राजीव नगर, दीपक जायसवाल निवासी आराघर समेत 13 से 14 श्रद्धालुओं का जत्था बुधवार को ही अमरनाथ से दर्शन कर दून पहुंच गया था। वहीं, दून निवासी अतुल गोयल अपने परिवार के आठ लोगों के साथ अमरनाथ की यात्रा कर कुछ दिन पहले ही लौटे हैं।
अतुल ने बताया कि वह अपनी पत्नी आकांक्षा गोयल, परिवार के सदस्यों और दिल्ली के कुछ मित्रों के साथ अमरनाथ गए थे। 27 से 29 जून तक अमरनाथ की यात्रा कर कुछ दिन पहले ही वह दून लौटे हैं। उन्होंने घटना में घायल हुए सभी श्रद्धालुओं के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। श्रद्धालुओं से लगातार फोन पर संपर्क कर रहे मनमोहन जायसवाल ने बताया कि उनका भी 16 जून को 17 श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ दून से अमरनाथ यात्रा का प्लान प्रस्तावित है।
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