देहरादून न्यूज़: मानसून सीजन में उफनाते गाड़-गदेरों पर सुरक्षित आवाजाही के लिए छोटे पुल बनाए जाएंगे.
मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने सभी डीएम को इसके निर्देश दिए. सभी डीएम को तत्काल इसका प्लॉन तैयार करने को कहा गया है. बरसात के दिनों में छात्र-छात्राओं को स्कूल जाने में पेश आने वाली मुश्किलों का संज्ञान लेते हुए मुख्य सचिव यह कदम उठाया. मुख्य सचिव ने कहा कि मानसून के दौरान लोगों की सुरक्षा के लिए हर मुमकिन प्रयास किया जाए. अपरिहार्य स्थितियों में छुट्टियां करने के अलावा इस समस्या के लिए स्थायी समाधान भी तलाशना होगा. तत्काल ही इसके लिए प्लान तैयार करना होगा. उन्होंने कहा कि धन की किसी स्तर पर भी कमी नहीं है. जनहित से जुड़े तात्कालिक कार्यों के लिए बजट उपलब्ध है. मालूम हो कि बरसात के
दिनों में पर्वतीय क्षेत्रों में जहां भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है. वहीं बारिश से गाड़ गदेरे भी उफना जाते हैं. इनकी वजह से सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल जाने वाले शिक्षक और छात्र-छात्राओं को होती है.
हिमाचल प्रदेश में है मानसून ब्रेक की व्यवस्था
पड़ोसी राज्य हिमाचल ने मानसून के दौरान छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए आपदा के प्रति संवेदनशील क्षेत्रों में मानसून ब्रेक के नाम से अवकाश का प्रावधान रखा है. हर साल जुलाई तक वहां आपदा के प्रति संवेदनशील क्षेत्रों में स्कूलों में अवकाश रहता है. राज्य में भी शिक्षा विभाग इस पर गंभीरता से विचार कर रहा है. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शिक्षा अधिकारियों से राज्य के परिप्रेक्ष्य में विचार करने के निर्देश दिए हैं. डीजी-शिक्षा के अनुसार जल्द ही एक फार्मूला तैयार कर लिया जाएगा.