Dehradun: अब तारों के मकड़जाल से मिलेगा छुटकारा, जल्द अंडरग्रॉउंड होंगी विद्युत लाईन

Update: 2024-11-24 13:10 GMT
Dehradun देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPCL) राज्य को ‘ऊर्जा प्रदेश’ बनाने के लिए प्रयासरत है। यूपीसीएल ने एडीबी परियोजना के तहत देहरादून शहर के मुख्य मार्गों पर स्थित उपरिगामी विद्युत लाईनों को भूमिगत करने का कार्य तेजी से शुरू किया है.
 देहरादून में भूमिगत होगी विद्युत लाईन
इस योजना के तहत देहरादून शहर में 33 केवी की लगभग 92 किमी, 11 केवी की लगभग 230 किमी और एलटी की लगभग 608 किमी विद्युत लाइनों को भूमिगत किया जा रहा है. पूरे शहर को तीन लॉट में बांटकर काम किया जा रहा है. फिलहाल सभी लॉट में सर्वे और संयुक्त सर्वे का कार्य पूरा कर लिया गया है. रोड कटिंग की अनुमति प्राप्त करने के बाद चरणबद्ध तरीके से भूमिगत विद्युत लाइनों का कार्य किया जा रहा है.
तेज़ हवा या बारिश से अब नहीं होगा नुकसान
भूमिगत केबल्स से पर्यावरणीय कारकों जैसे तेज़ हवा, बारिश और पेड़ों की शाखाओं से कम नुकसान होगा. इसके अलावा बेहतर इन्सुलेशन के कारण बिजली हानि कम होगी और गिरी हुई तारों या आग लगने का जोखिम लगभग समाप्त हो जाएगा. भूमिगत केबल्स के कारण शहरी और आवासीय क्षेत्रों का सौंदर्यीकरण भी होगा. साथ ही, बिजली चोरी और दुर्घटनाओं का खतरा काम होगा.
यूरोपीय देशों के मानकों की तरह मजबूत होगा देहरादून का विद्युत वितरण तंत्र
ये योजना पर्यावरणीय दृष्टि से भी यह लाभदायक है, क्योंकि पेड़ों की छंटाई की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक ने निर्देश दिए हैं कि कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाए और सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाए. गड्ढों और नालियों की भराई भी नियमित रूप से की जाएगी. इस योजना के सफल होने पर देहरादून का विद्युत वितरण तंत्र यूरोपीय देशों के मानकों के बराबर मजबूत होगा.
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