उत्तराखंड में कांग्रेस को बड़ा झटका, चम्पावत उपचुनाव से पहले हरीश रावत के करीबी नेता ने पार्टी छोड़ी
उत्तराखंड की चंपावत सीट पर होने वाले उपचुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा सियासी झटका लगा है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तराखंड की चंपावत सीट (Champawat by-election) पर होने वाले उपचुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा सियासी झटका लगा है. राज्य के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता हरीश रावत के करीबी माने जाने वाले कांग्रेस के निवर्तमान उपाध्यक्ष और धनौल्टी विधानसभा सीट से उम्मीदवार जोत सिंह बिष्ट (Jot Singh Bisht) ने अपने बेटे के साथ कांग्रेस को अलविदा कर दिया है. जोत सिंह ने कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन थामा है. बिष्ट ने शुक्रवार सुबह कांग्रेस पर शीर्ष नेताओं की अनुशासनहीनता, अनुशासनहीनता, व्यक्तिगत मतभेद का आरोप लगाते हुए कांग्रेस (Congress) छोड़ने का ऐलान किया था और दिल्ली में जाकर आप की सदस्यता ली.
आप में शामिल होने के बाद बिष्ट ने कहा कि कांग्रेस का भविष्य अनिश्चितता की ओर बढ़ रहा है और राज्य में पार्टी की स्थिति खराब है. इसके बाद वह दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की मौजूदगी में आप में शामिल हो गए. उत्तराखंड आप के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बाली ने बिष्ट के पार्टी में शामिल होने की जानकारी और फोटो अपने फेसबुक पेज पर जारी किए हैं. बिष्ट के पार्टी छोड़ने को लेकर कांग्रेस के कई नेताओं ने नाराजगी जाहिर की और कहा कि पार्टी को उनकी शिकायतों पर विचार करना चाहिए था.
हरीश रावत ने इस्तीफा वापस लेना का किया आग्रह
जोत सिंह ने बिष्ट में आप में शामिल होने के बाद कहा कि 40 साल तक कांग्रेस से जुड़े रहने के बाद उन्हें कांग्रेस से नाता तोड़ना पड़ रहा है. क्योंकि राज्य में पार्टी का नेतृत्व कमजोर हो गया है और कार्यकर्ताओं को तवज्जो नहीं दी जा रही है. जबकि बिष्ट के इस्तीफे को लेकर चर्चा तेज होने के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी उन्हें इस्तीफा वापस लेने का आग्रह किया. लेकिन इसी बीच दिल्ली के डिप्टी सीएम के हाथों टोपी पहने बिष्ट की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं. बिष्ट के साथ उनके बेटे हिम्मत सिंह भी आप में शामिल हो गए हैं और उन्होंने भी कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता और प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है.
कांग्रेस नेता बोले- वरिष्ठ नेताओं को जाते देख होता है दुख
कांग्रेस के निवर्तमान संगठन महामंत्री मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि जोत सिंह पार्टी के वरिष्ठ नेता थे और उनके जैसे वरिष्ठ नेताओं को जाते हुए देखकर दुख होता है. इस मामले में पार्टी आलाकमान को इस मामले पर गंभीरता से सोचना होगा. उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस का कार्यकर्ता हूं और अल्पकालिक या दीर्घकालिक लाभ के लिए निष्ठा नहीं बदलूंगा