भीमबली-लिंचोली में बचाव में Air Force MI-17 और हेलीकॉप्टरों को तैनात

Update: 2024-08-03 06:36 GMT

Uttarakhand उत्तराखंड: केदारनाथ यात्रा के महत्वपूर्ण पड़ाव सोनप्रयाग में शुक्रवार सुबह फिर भूस्खलन हुआ, जिससे यात्रा मार्ग पर राहत एवं बचाव कार्य मुश्किल हो गया। भूस्खलन की यह घटना केदारनाथ मार्ग से ठीक पहले सोनप्रयाग बाजार में हुई. सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। केदारनाथ यात्रा के अहम पड़ाव सोनप्रयाग में भूस्खलन की घटनाओं Landslide events से रास्ते बंद हो रहे हैं और बचाव एजेंसियों के काम पर खासा असर पड़ रहा है. इसके कारण राहत कार्यों की गति धीमी हो गई है और टीमों को मलबे और क्षति के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ढहने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

इससे पहले बुधवार को भीमबली और लिंचोली में भी भारी बारिश के बाद भूस्खलन हुआ था. इन जगहों पर भूस्खलन के कारण फंसे यात्रियों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. भारी भूस्खलन के कारण यह क्षेत्र पूरी तरह प्रभावित हो गया है. राहत एवं बचाव कार्य Rescue operations में जुटी टीमों को भी कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। इस मुश्किल हालात में वायुसेना की मदद से हालात पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है. बचाव कार्य में वायुसेना के एमआई-17 और चिनूक हेलीकॉप्टरों को तैनात किया गया है। ये हेलीकॉप्टर भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री और चिकित्सा सहायता पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इसके अलावा, फंसे हुए यात्रियों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रहने के लिए कहा गया है। इस बीच, स्थानीय प्रशासन और अन्य सहायता एजेंसियां ​​भी पूरी क्षमता से काम कर रही हैं। साथ ही यात्रियों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और राहत प्रयासों में सहयोग करने को कहा गया है। इस कठिन समय में राहत और बचाव कार्यों में लगे सभी संगठन और व्यक्ति अपनी पूरी क्षमता और समर्पण के साथ काम कर रहे हैं ताकि सभी यात्रियों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकाला जा सके।
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