हल्द्वानी न्यूज़: बीमार छात्रा ने सल्फाज को दवा समझ कर गटक लिया और दो दिन तक चले इलाज के बाद रविवार सुबह उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। सदराखेड़ा बिलासपुर रामपुर उत्तर प्रदेश निवासी किशन लाल बिलासपुर स्थित एक आढ़त में काम करते हैं। घर में पत्नी, तीन बेटियां व दो बेटे हैं, जबकि दो बड़ी बेटियों की शादी हो चुकी है। तीसरे नंबर की बेटी हेमलता (18) ने इसी वर्ष इंटर पास किया था।
हेमलता के चाचा दया राम ने बताया कि शुक्रवार को हेमलता की तबीयत कुछ गड़बड़ थी। उसी दिन घरवालों ने गेहूं साफ करने के लिए निकाला था। गेहूं में रखा सल्फाज का पाउच परिजनों ने कमरे में ही रख दिया और हेमलता ने इसे दवा समझ कर खा लिया। सल्फाज खाते ही हेमलता ने परिजनों को बता दिया। जिसके बाद उसे पास स्थित एक निजी और फिर सरकारी अस्पताल ले जाया गया। हालत नाजुक होने पर हेमलता को शनिवार सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय लाया गया। जहां रविवार सुबह करीब चार बजे उसकी मौत हो गई।