हल्द्वानी। दोस्तों के साथ गौला नदी में नहाने गया किशोर डूब गया और उसकी मौत हो गई। ये देख साथ में नहाने गए लड़के दोस्त का शव छोड़ कर भाग खड़े हुए। सूचना मिलते ही पुलिस और इलाकाई लोग मौके पर पहुंच गए। उसे एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर से 16 क्वाटर में कोहराम मच गया। परिजन पोस्टमार्टम न कराने की जिद्द पर अड़ गए। बमुश्किल पुलिस ने गमजदा और नाराज लोगों को समझाबुझा कर पोस्टमार्टम के लिए तैयार किया।
16 क्वाटर राजपुरा निवासी विजय कुमार नगर निगम में सफाई कर्मचारी है। घर में विजय के पिता दौलत भूरे, मां विमला, पत्नी अंजना, तीन बच्चे मंथन, दिव्यांश (15) व आदिका है। बताया जाता है कि दिव्यांश धोबी घाट स्थित द्रोण पब्लिक स्कूल में कक्षा 6 का छात्र था। वह गुरुवार सुबह अपने कुछ दोस्तों के साथ घर में बिना किसी को बताए गौला नदी में नहाने चला गया। राजपुरा के घोड़ा बुग्गी गेट से दाखिल हुए दोस्त नदी में नहा रहे थे कि तभी अचानक दिव्यांश एक गहरे गड्ढे में चला गया और फिर निकल नहीं पाया। जब वह ऊपर आया तो सिर्फ उसके पैर दिखाई दिए और यह देख वहां मौजूद अन्य दोस्त घबरा गए। सभी मौके से शोर मचाते हुए भाग खड़े हुए। शोर सुनकर जब लोगों को घटना का पता चला तो कुछ लोग खबर लेकर राजपुरा पुलिस चौकी पहुंच गए। इधर, घटना की जानकारी पाकर परिवार और इलाकाई लोग भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस दिव्यांश को बेस अस्पताल ले जाना चाहती थी, लेकिन परिजन दिव्यांश को नैनीताल रोड स्थित एक निजी अस्पताल लेकर पहुंच गए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
अस्पताल में सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस चाहते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं ले जा सकी और लोग शव को लेकर घर पहुंच गए। आलाधिकारियों को पोस्टमार्टम न कराने की जानकारी मिली तो कोतवाल हरेंद्र चौधरी, एससएआई विजय मेहता मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बमुश्किल लोगों को समझाबुझा कर शांत कराया और पोस्टमार्टम के लिये राजी किया।