बताया जा रहा है कि छात्रा ने अपनी ही शिक्षिका को काल्पनिक युवक के नाम से एक लेटर लिखा था। छात्रा की ये हरकत अब उसके भविष्य पर भारी पड़ सकती है, वो इसलिए क्योंकि स्कूल प्रशासन अब छात्रा और उसकी बहन के खिलाफ कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है। आरोपी छात्रा राजकीय बालिका इंटर कॉलेज पुरोला में दसवीं में पढ़ती है। छात्रा के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। 4 महीने पहले स्कूल में ही पढ़ाने वाली एक शिक्षिका ने इस छात्रा के परिवार की मदद की। इसके चलते छात्रा का अध्यापिका के घर आना-जाना भी था। बताया जा रहा है कि मई में छात्रा ने स्वयं एक काल्पनिक युवक के नाम से पत्र लिखा तथा अध्यापिका के कमरे में फेंक दिया। इस पत्र में शिक्षिका को लेकर अश्लील बातें लिखी गई थीं।
उस समय विद्यालय प्रशासन ने छात्रा से पत्र देने वाले युवक के बारे में पूछताछ की थी, लेकिन छात्रा ने कुछ नहीं बताया। अध्यापिका ने पुलिस में शिकायत कर दी। तब पुलिस ने छात्रा के अभिभावकों को बुलाया और भविष्य खराब न हो, इसके लिए समझौता कराकर मामले को रफा-दफा किया। लेकिन, चार दिन पहले छात्रा ने एक बार फिर काल्पनिक युवक के नाम से पत्र लिखा और अध्यापिका के दरवाजे से कमरे में डाला। इस बार छात्रा ऐसे करते वक्त पकड़ी गई। अध्यापिका ने अब इस मामले को विद्यालय प्रबंधन समिति में उठाया है। साथ ही छात्रा के विरुद्ध थाना पुरोला में तहरीर भी दी है। मामले को लेकर स्कूल प्रशासन का कहना है कि छात्रा ने शिक्षिका की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है। इतना ही नहीं उसने अपनी इस गलती को दोबारा दोहराया है। स्कूल प्रबंधन इस मामले में छात्रा और उसकी बहन के खिलाफ कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है।