लखीमपुर खीरी जिले में 10 हजार रुपये और मोबाइल लूटने के बाद युवक की हत्या
लखीमपुर खीरी : लखीमपुर खीरी के उचौलिया क्षेत्र में 13 अप्रैल को लापता हुए वनका गांव निवासी किशोरी लाल (41) की हत्या होने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। उनके साथ में घूमने वाले 16 साल के किशोर ने किशोरी लाल की हत्या की साजिश रची थी। आरोपी किशोर की बहन की शादी होने वाली है। उसे रुपयों की जरूरत थी। बहन की शादी के लिए रुपये जुटाने के लिए किशोर ने एक युवक के साथ मिलकर किशोरी लाल की हत्या कर दी और शव शाहजहांपुर के रोजा क्षेत्र में सुखेता नाला के पास जंगल में फेंक दिया। हत्या से पहले किशोर और युवक ने 10 हजार की नकदी और मोबाइल लूट लिया था।
उचौलिया थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों की निशानदेही पर शनिवार की देर रात जंगल से किशोरी लाल का कंकाल बरामद हुआ है। करीब नौ दिन जंगल में शव पड़े रहने की वजह से उसे जंगली जानवर खा गए थे। कंकाल के पास पड़े मिले कपड़ों के आधार पर मृतक के भाई राजेश ने शव की पहचान किशोरी लाल के रूप में की। इस हत्याकांड में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
वनका गांव निवासी राजेश ने बताया कि उनके भाई किशोरी लाल (41) शनिवार, 13 अप्रैल की शाम को लापता हो गए थे। वह बहनोई की मोपेड लेकर गए थे। दो दिन तक काफी तलाश किया, मगर कोई सुराग नहीं लगा। इस दौरान पता चला कि गांव निवासी एक किशोर के साथ वह पास के गांव रहीमपुर गए थे। इसके बाद उसने 16 अप्रैल को पुलिस को नामजद तहरीर दी थी।
सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने कबूला
राजेश ने बताया कि पुलिस ने उस दिन नामजद किशोर को पूछताछ के बाद छोड़ दिया था। इसकी वजह से उसके लापता भाई का चौथे दिन तक कोई सुराग नहीं लगा। पुलिस ने दोबारा से नामजद आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की तो शनिवार रात दोनों ने हत्या करने की बात स्वीकार कर ली। देर रात आरोपियों की निशानदेही पर शव बरामद किया।
राजेश ने बताया कि किशोरी लाल के पास 10 हजार रुपए और मोबाइल था। जिसके लिए भाई की हत्या की दी। पुलिस ने आरोपियों में वनका गांव निवासी किशोर अपचारी और वनका गांव के मजरा रहीमपुर निवासी मुल्तान सिंह के विरुद्ध हत्या कर साक्ष्य छिपाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है। कंकाल का पोस्टमार्टम कराया है।
थानाध्यक्ष जितेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि हत्या के आरोपी किशोर की बहन की शादी तय थी, इसलिए लालच में आकर उसने रहीमपुर निवासी मुल्तान सिंह के साथ मिलकर किशोरी लाल की जंगल में ले जाकर हत्या कर दी। आरोपियों के पास से किशोरी लाल का मोबाइल फोन और करीब दो हजार रुपए बरामद हुए हैं। दोनों आरोपियों का किशोरी लाल के साथ उठना बैठना भी था।
मोपेड से किशोरी के साथ गया था आरोपी
किशोरी लाल के भाई राजेश ने बताया कि किशोरी लाल आरोपी किशोर बहनोई की मोपेड से गए थे। आरोपी किशोर ने किशोरी लाल की हत्या के बाद घर के बाहर मोपेड खड़ी कर दी और चाबी फेंक कर भाग गया था। किशोरी लाल बहनोई की मोपेड चलाता था।
उसने अपनी मोपेड गांव के एक व्यक्ति के पास गिरवी रख दी थी। जिसे छुड़वाने के लिए उसने किशोरी लाल को 10 हजार रुपए दिए थे। उन्हीं रुपयों के लालच में नामजद किशोर ने रहीमपुर निवासी मुल्तान सिंह के साथ मिलकर किशोरी लाल की हत्या की थी। राजेश ने बताया कि आरोपी किशोर कई बार चोरी करते पकड़ा गया था। किशोरी लाल ने कई बार उसे बचाया था।
राजेश के ऊपर टूटा दुखों का पहाड़
किशोरी लाल के परिवार में तीन माह में तीन लोगों की मौत हो गई। परिवार में राजेश और किशोरी लाल की पत्नी और बेटी अंजलि (10) बची है। तीन मौत से राजेश पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। राजेश ने बताया कि 27 जनवरी को बीमारी से उसकी पत्नी की मौत हो गयी। 27 मार्च को मां सुशीला भी बीमारी से चल बसीं। फिर 13 अप्रैल को भाई किशोरी लाल की हत्या कर दी।