ग्रेटर नॉएडा: जमीन आवंटन से लेकर उत्पादन शुरू करने तक की प्रक्रिया को 1 वर्ष में पूरा कराने पर मुख्यमंत्री ने औद्योगिक विकास विभाग और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सराहना की।
कंपनी परिसर में अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा के दोबारा सत्ता में आने के बाद इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया गया, जिसमें एडवर्ब कंपनी ने एग्रीमेंट किया। 1 वर्ष में इतना बड़ा संस्थान खड़ा हो गया। इसमें 3000 युवाओं के लिए रोजगार का सृजन हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गौतमबुद्ध नगर एनसीआर में होने के बावजूद निवेशकों में यहां के प्रति धारणा नकारात्मक थी, लेकिन पिछले 6 वर्षों में यह धारणा बदली है। भाजपा की सरकार आने से पहले कुछेक जिले ही निवेश के केंद्र थे, लेकिन अब प्रदेश के सभी जिलों में निवेश हो रहा है। उन्होंने कहा कि विगत फरवरी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश को 36 लाख करोड़ रुपए के प्रस्ताव प्राप्त हुए। उसमें सबसे ज्यादा गौतमबुद्ध नगर में निवेश के प्रस्ताव हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की रोड व एयर कनेक्टिविटी बहुत बेहतर हुई है। ''हमारी सरकार से पहले प्रदेश में दो एयरपोर्ट थे, अब नौ एयरपोर्ट क्रियाशील हैं। 12 एयरपोर्ट पर काम चल रहा है जबकि 5 अंतर्राष्ट्रीय स्तर के एयरपोर्ट इसी वर्ष के अंत तक चालू करने की कोषिष है। एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट जेवर के पास इसी जिले में बन रहा है। ईस्टर्न व वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर उत्तर प्रदेश में है और इसी जिले से होकर गुजर रही है।''
मुख्यमंत्री ने कहा, बनारस से हल्दिया वाटर-वे शुरू करने के बाद अन्य जगहों पर भी वाटर वे पर काम चल रहा है। उत्तर प्रदेश में 5.50 लाख एमएसएमई हैं। उन्होंने कंपनियों से आह्वान किया कि प्रदेश के युवाओं को हुनरमंद बनाने में अपनी सहभागिता निभाएं। युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए प्रदेश व केंद्र सरकार की तरफ से चलाई जा रही योजनाओं से युवाओं को जोड़ें। ऐसा करने से उत्तर प्रदेश हुनरमंद युवाओं का सबसे बड़ा केंद्र बन सकता है। मुख्यमंत्री ने एडवर्ब कंपनी को जमीन आवंटन से लेकर प्रोडक्शन शुरू करने तक की प्रक्रिया को एक साल में पूरा कराने में औद्योगिक विकास विभाग और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सहयोग की सराहना की। निवेशकों से उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने में सहभागिता देने के लिए आह्वान किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एडवर्ड कंपनी के हुनरमंद युवाओं को प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए। इससे पहले मुख्यमंत्री ने फीता काटकर इस कंपनी का औपचारिक शुभारंभ किया। उन्होंने कंपनी परिसर में ही पौधे भी रोपित किए और एडवर्ड में कंपनी का भ्रमण भी किया।
ग्रेटर नोएडा की पहली रोबोटिक्स कंपनी एडवर्ब टेक्नोलोजी ने सेक्टर इकोटेक 10 के भूखंड संख्या 93 के 04 फरवरी 2022 को प्राधिकरण की स्कीम के जरिए आवेदन किया। प्राधिकरण ने 21 मार्च 2022 को भूमि का आवंटन कर दिया। ये आवंटन रोबोटिक्स व वेयरहाउसिंग ऑटोमेशन के लिए किया गया। परियोजना विभाग की तरफ से 59379 वर्ग मीटर का लीज प्लान जारी किया गया। 17 मई 2022 को इसकी लीज डीड करा दी गई। 03 जून 2023 को भूखंड पर कब्जा दे दिया गया। कंपनी ने लगभग एक साल भूखंड पर निर्माण कार्य को पूरा कर कार्यपूर्ति प्रमाणपत्र प्राप्त कर लिया और अब उत्पादन शुरू करने जा रही है। इस तरह आवेदन से लेकर कंपनी में प्रोडक्षन तक की प्रक्रिया लगभग डेढ़ साल ही लगे हैं। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। कंपनी की तरफ से भूखंड आवंटन से लेकर उत्पादन तक की प्रक्रिया में फास्ट प्रोसेस के लिए प्राधिकरण की जमकर सराहना की गई।
इस कंपनी ने पहले चरण में 200 करोड़ रुपये का का निवेश किया है। करीब 3000 युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं। कंपनी ने आने वाले वर्षों में 300 करोड़ रुपये और निवेश की बात कही है। एडवर्ब कंपनी के सीएफओ आशु कंसल ने बताया कि ये रोबोट्स देश की जानी मानी कंपनियों में माल ढुलाई में मदद करेंगे। इनसे मानव रोजगार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, बल्कि इनको चलाने के लिए हुनरमंद युवाओं की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने आने वाले दिनों में मेडिकल क्षेत्र में रोबोट के इस्तेमाल भावना जताई।