वाराणसी न्यूज़: विकास कार्यों में समन्वय बनाने के लिए वर्किंग ग्रुप (कार्य समूह) बनेगा. इसमें रेलवे, पीडब्ल्यूडी, सेतु निगम, ट्रैफिक पुलिस, नगर निगम, जलकल, जलनिगम, वीडीए समेत इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़े विभागों के अफसर रहेंगे. समूह का नेतृत्व एडीएम या इससे ऊपर के अधिकारी करेंगे. समूह की बैठककम से कम 15 दिन में होगी जिसमें विकास कार्यों में गतिरोध दूर करने पर मंथन होगा.
विकास कार्यों को गति देने में अक्सर केंद्र व राज्य सरकार के अफसरों के बीच आपसी समन्वय की कमी दिखती है. इसका असर काम पर पड़ता है. वे कई बार तय समय पर पूरे नहीं हो पाते हैं. इसके चलते कोऑर्डिनेशन की अरसे से जरूरत महसूस की जा रही थी. आयुक्त कार्यालय में हुई बैठक में उत्तर रेलवे (लखनऊ मंडल) के डीआरएम एसके सपरा ने वर्किंग ग्रुप बनाने का सुझाव दिया था. इसपर कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने सहमति दी. अब इसकी प्रक्रिया शुरू होगी. कैंट स्टेशन पर 700 से 800 करोड़ की लागत से विकास कार्य होने हैं. उनमें हेरिटेज लुक की नई बिल्डिंग, एयर कॉनकोर्स, सेकेंड इंट्री का विकास, नई पटरियां, तकनीकी सुविधाएं बढ़ाने समेत कई काम हैं. ऐसे ही काशी स्टेशन का लगभग 360 करोड़ की लागत से अपग्रेडेशन होना है.
भविष्य की जरूरतों पर भी किया जाएगा मंथन: कैंट स्टेशन के डायरेक्टर गौरव दीक्षित ने बताया कि भविष्य की जरूरतों और यात्री संख्या को ध्यान में रखकर कैंट व काशी स्टेशनों का विकास होना है. इसके लिए सड़क, फ्लाईओवर समेत बुनियादी सुविधाओं के विकास की जरूरत पड़ेगी. वर्किंग ग्रुप विचार करेगा कि अगर स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या बढ़ेगी तो शहर को कनेक्ट करने के लिए किस तरह से इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत किया जा सकता है.