संदिग्ध परिस्थितियों में महिला की मौत, मचा हंगामा

Update: 2023-01-31 10:21 GMT

कंकरखेड़ा: जिंजोखर गांव निवासी एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पहले उसकी तबीयत खराब हुई। हालत बिगड़ने पर पति व ससुरालियों ने महिला को निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने महिला को मृत घाषित कर दिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची।

पुलिस ने महिला के शव का पंचनामा भरकर शव मोर्चरी पहुंचा दिया। महिला के परिजनों ने ससुरालियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर छह लोगों के खिलाफ हत्या के लिए उकसाने वाली धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया।

दिल्ली के शाहदरा नंदनगरी डी-196 निवासी रिंकू पुत्र जयवीर सिंह ने शनिवार को थाने पर तहरीर देते हुए बताया था कि उसकी बहन पिंकी की शादी लगभग 14 वर्ष पूर्व जिंजोखर गांव निवासी लोकेंद्र से हुई थी। शादी के बाद दो बेटे हुए। बड़ा बेटा 11 वर्षीय सिद्घार्थ व छोटा बेटा आठ वर्षीय आदित्य है। लोकेंद्र के घर के पास में ही ज्वेलर्स की दुकान है। आरोप है कि शादी के बाद से ही पति व ससुराल वाले आए दिन किसी न किसी बात पर महिला से मारपीट करते रहते थे।

पिंकी के पति के किसी अन्य महिला से अवैध संबंध बताए गए हैं। जिसको लेकर पूर्व में भी दोनों पक्षों में कई बार बातचीत हुई थी। मगर आरोपी ससुराल वाले हरकतों से बाज नहीं आ रहे थे। आरोप है कि शनिवार देर शाम पति ने महिला के भाई को फोन कर बताया कि उसकी बहन ने जहरीला पदार्थ खा लिया है। जिससे महिला की हालत बिगड़ गई है। वह महिला को लोकप्रिय अस्पताल ले जा रहे हैं।

जहां चिकित्सकों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद ससुरालीजन अस्पताल से भाग गए। सूचना पर महिला के परिजन अस्पताल पहुंचे। महिला की मौत की जानकारी होने के बाद परिजनों में रोष व्याप्त हो गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। महिला के परिजनों ने ससुरालियों पर हत्या का आरोप लगाया। पुलिस ने महिला के शव को मोर्चरी पहुंचा दिया।

परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने पति लोकेंद्र, ससुर सतपाल, देवर शोकेंद्र, ननद कोमल, ननदोई मुकेश व जगपाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया। कंकरखेड़ा थाना प्रभारी उत्तम सिंह राठौर का कहना है कि छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। पुलिस ने दबिश दी थी। मगर आरोपी घर से फरार मिले। जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

वैशाली की उठावनी में गमगीन माहौल, अस्थियां प्रवाहित

मेरठ: जागृति विहार सेक्टर आठ में गैस गीजर के कारण शादी के तीन दिन बाद ही मौत के मुंह में समा जाने वाली दुल्हन वैशाली की उठावनी सोमवार को हुई। गमगीन माहौल में हर किसी की आंखों में आंसू थे। पति ने सूरजकुंड स्थित श्मशान घाट में वैशाली के फूल चुगे। इसके बाद उनकी अस्थियां गंगा में प्रवाहित कर दी गईं। इस दौरान पति पारस का रो रोकर बुरा हाल था। शादी के बाद के सपने गैस गीजर की जहरीली गैस ने हमेशा के लिये तोड़ दिये।

उठावनी में वैशाली की मौत पर बातचीत के दौरान परिजनों ने बताया कि जब बाथरूम का दरवाजा तोड़ा गया तो वैशाली की सांस चल रही थी। पति ने अपनी गोद में वैशाली को दो चम्मच पानी पिलाया, लेकिन उसे होश नहीं आया। इसके बाद उसे गाड़ी में डालकर अस्पताल ले जाया गया। डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया गया कि पारस और वैशाली का रिश्ता लॉकडाउन से पहले तय हुआ था।

दोनों परिवार के सदस्य ही धूमधाम से शादी करना चाहते थे, इसलिए सही समय का इंतजार कर रहे थे। तीन साल तक रिश्ता रोक कर रखा गया। अब शुभ मुहुर्त 26 जनवरी का निकला था। पारस ने ख्वाब में भी नहीं सोचा था कि उसकी जिंदगी में रानी बनकर आई वैशाली इतने जल्दी साथ छोड़कर चली जाएगी। गाजियाबाद से उठावनी में शामिल होने आए परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था। परिवार के लोग बस यही कह रहे थे कि अभी हाथों की मेंहदी भी नहीं नहीं छूटी थी कि हादसे ने साथ ही छुड़वा दिया।

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