बरेली: उम्र पूरी कर चुकीं 29 प्राइवेट बसें संचालित हो रही हैं या नहीं, इसकी जानकारी विभाग के पास नहीं हैं। इन बसों के संचालकों ने अभी तक परमिट का नवीनीकरण नहीं कराया है। आशंका जताई जा रही है कि ये बसें किसी न किसी रूट पर दौड़ रही हैं। विभाग को राजस्व के रूप में चूना लगा रही हैं। शुक्रवार को हुई समीक्षा बैठक में कमिश्नर संयुक्ता समद्दार ने इस संबंध में जानकारी मांगी तो अफसर जवाब नहीं दे सके थे। उन्होंने 15 दिन में बसों को खोजने के निर्देश दिए थे। इसको लेकर आरटीओ प्रवर्तन दिनेश कुमार सिंह ने इन बसों के बारे में जानकारी करने के लिए एक टीम गठित की है।
सूत्रों के अनुसार मंडल के सभी परिवहन अधिकारियों को इस कार्य में लगाया गया है। 15 दिन में बसों की जानकारी नहीं मिली तो अधिकारियों पर कार्रवाई भी हो सकती है। वहीं, शहर की सड़कों पर खड़े होने वाले ट्रकों को ट्रांसपोर्ट नगर खदेड़ने के लिए आरटीओ ने कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए ट्रांसपोर्टरों के साथ जल्द बैठक हाेगी। ट्रकों को शहर से बाहर करने के लिए खाका तैयार किया जा रहा है।