कानपूर : महोबा जिले में थाना महोबकंठ के चौका गांव में फोन पर बात कर रही युवती को मना करने पर उसने फंदा लगाकर जान दे दी। पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है। चौका गांव निवासी हरप्रसाद कुशवाहा पत्नी के साथ दिल्ली में रहकर मेहनत-मजदूरी का काम करता है। उसकी बेटी यशोदा (18) व बेटा धीरेंद्र अपने बाबा लक्ष्मण कुशवाहा के साथ घर पर रहते थे। सोमवार की सुबह बाबा और भाई किसी कार्य से घर से बाहर गए थे।
बाबा जब घर पहुंचे तो उनका मोबाइल नहीं मिला। कमरे में जाकर देखा तो नातिन यशोदा उनके मोबाइल से बात कर रही थी। इस पर बाबा ने उसे डांट दिया। इससे क्षुब्ध होकर यशोदा ने कमरे में लट्ठे से रस्सी का फंदा बनाकर जान दे दी। जब बाबा कमरे में पहुंचे तो नातिन को फंदे पर लटका देखा। परिजन उसे अस्पताल ले जाते, इससे पहले उसकी मौत हो गई।
घटना की सूचना बाबा ने थाना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल की जांच करते हुए परिजनों व ग्रामीणों से जानकारी ली। थानाध्यक्ष राधेश्याम वर्मा का कहना है कि घटना की जांच कराई जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।