भागलपुर न्यूज़: एग्रीमेंट का अनुपालन नहीं करने पर मायागंज अस्पताल के अधीक्षक ने ओपीडी में अल्ट्रासाउंड जांच कर रही एजेंसी को शोकॉज किया तो एजेंसी ने अल्ट्रासाउंड जांच सेंटर बंद कर दिया. इससे जांच कराने को आए करीब सवा सौ मरीजों को वापस लौटना पड़ा.
मायागंज अस्पताल के ओपीडी में संचालित अल्ट्रासाउंड जांच सेंटर की कमान स्वागतो इंटरप्राइेजज को मिली थी. अधीक्षक डॉ. उदय नारायण सिंह ने बताया कि अस्पताल से हुए एग्रीमेंट के अनुसार, एजेंसी को मरीजों की अल्ट्रासाउंड जांच रेडियोलॉजिस्ट से करानी थी, लेकिन सात दिनों तक अल्ट्रासाउंड जांच सेंटर के बंद रहने के बाद एक मार्च को जब सेंटर फिर शुरू हुआ तो जांच की कमान डॉ. प्रमोद कुमार को दी गयी. अस्पताल प्रशासन ने जब डॉ. प्रमोद के दस्तावेज की जांच की तो पाया कि वह रेडियोलॉजिस्ट नहीं, बल्कि एमबीबीएस है. हालांकि उसने जनवरी से जून 2019 के बीच हेल्थ केयर डायग्नोस्टिक सेंटर कोलकाता से अल्ट्रासाउंड इमेजिंग टेक्निक की ट्रेनिंग का प्रमाणपत्र जरूर दिया था. बाद में पता चला कि इस दौरान वह मायागंज अस्पताल के ईएनटी विभाग में जूनियर रेजीडेंट था. डॉ. प्रमोद ने पूछताछ में बताया कि वह इस अवधि में वह हरेक कोलकाता ट्रेनिंग लेने के लिए जाता था. एजेंसी संचालक सुजीत डे ने कहा कि रेडियोलॉजिस्ट नहीं रहने के कारण जांच बंद है. व्यवस्था होते ही अल्ट्रासाउंड जांच शुरू हो जाएगी.
मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. उदय नारायण सिंह ने बताया कि बिना सूचना दिए अल्ट्रासाउंड जांच सेंटर को बंद करना नियमों के विपरीत है. सभी विभाग के अध्यक्षों व प्रभारियों की बैठक बुलाई गयी है. इसमें एजेंसी को लेकर कोई कड़ा निर्णय लिया जा सकता है.