लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को सदन में विपक्ष को घेरा और कहा कि कहा कि हमने लघु और कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट(ओडीओपी) दिया है। आपने ‘वन डिस्ट्रिक वन माफिया’ दिया था।
यूपी के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वित्तवर्ष 2023-24 के लिए पेश किए गए बजट पर चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हमने लघु और कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट दिया है। आपने ‘वन डिस्ट्रिक वन माफिया’ दिया था। उन्होंने सपा पर प्रदेश के कलाकारों व लघु उद्यमियों का अपमान करने का आरोप लगाया। कहा कि आपने प्रदेश में माफियाओं को खड़ा किया और प्रदेश को विकास के पैमाने पर पीछे जाने को मजबूर कर दिया।
विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान बुधवार को नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव की गैर मौजूदगी में श्री योगी ने कहा कि बेहतर वित्तीय प्रबंधन, प्राकृतिक संसाधनो के बेहतर इस्तेमाल और निवेश के लिये अनुकूल माहौल तैयार कर उत्तर प्रदेश एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को हासिल करेगा। हमारे पास स्केल भी है,स्किल भी है और पिछले छह सालों में स्पीड भी बढी है। नेता प्रतिपक्ष ने भी माना है कि निवेश प्रस्ताव जमीन पर उतरे है और अगले छह महीने में होने वाली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के बाद प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में सफल होगा।
अखिलेश यादव की सदन में अनुपस्थिति पर चुटकी लेते हुये उन्होने कहा “ हर समस्या के दो समाधान होते हैं, उनमें से एक है कि भाग लो और दूसरा भाग लो।” यानी सदन की कार्यवाही में भाग लेकर सार्थक चर्चा में हिस्सा लो और दूसरा सदन की कार्यवाही से दूर रहा जाये। नेता प्रतिपक्ष की खाली सीट यही दर्शा रही है। शिवपाल यादव की ओर इशारा करते हुये उन्होने कहा “हम शिवपाल जी का भी सम्मान करते हैं। चाहे उनको वहां (सपा) में सम्मान न मिले।”
श्री योगी ने कहा कि प्रदेश में आ रहे निवेश प्रस्ताव जनविश्वास का प्रतीक है। हमारी सरकार ने बजट में 2022 में जनता से किये गये वादों को समाहित करने का काम किया है। लोक कल्याण संकल्प पत्र में किये गये 130 संकल्पों में से 110 को पूरा किये जाने की व्यवस्था बजट में की गयी है और इसके लिये 64 हजार 700 करोड से अधिक की राशि प्रस्तावित की है। इस पैसे से युवा,महिला,किसान समेत सभी वर्गो के कल्याण के लिये शुरू की गयी योजनाओं पर काम किया जायेगा।
पिछली सपा सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुये उन्होने कहा कि अगस्त 2016 में सपा सरकार ने पदक के जरिये देश का गौरव बढाने वाली बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधू समेत तीन खिलाडियों को एक एक करोड रूपये देने की घोषणा की थी मगर छह महीने बीतने के बाद भी खिलाडियों को यह सम्मान नहीं दिया गया, इसके बाद जनता ने मार्च 2017 में सपा को सत्ता से बाहर कर दिया। भाजपा ने सत्ता में आने के बाद उन सभी खिलाडियों को सम्मान दिलाया।
श्री योगी ने कहा कि पिछली सरकारों में व्यापक कर चोरी होती थी। माफिया प्रदेश को बाधित करने का काम करते थे मगर हमारी सरकार ने वित्तीय प्रबंधन पर खासा ध्यान दिया। कर चोरी पर लगाम लगायी। आबकारी में 2016-17 में महज 12 हजार करोड़ रूपये का राजस्व अर्जित होता था जिसे हमारी सरकार ने 45 हजार करोड तक पहुंचाया। कर संग्रह में करीब तीन गुने का इजाफा हुआ। बढ़ता राजस्व आज लोक कल्याण का आधार बन रहा है। बुनियादी ढांचे के विकास का आधार बन रहा है। देश की बडी अर्थव्यवस्था बनने में सहायक सिद्ध हो रहा है। ग्रांउड ब्रेकिंग होने के बाद यूपी देश की दूसरी सबसे बडी अर्थव्यवस्था होगी।
उन्होने कहा कि इसके लिये हमारी सरकार ने जनता पर कोई नया कर नही थोपा बल्कि पेट्रोल डीजल के दाम अन्य राज्यों की तुलना में सबसे कम है। 26 हजार से अधिक व्यापारियों ने जीएसटी में अपना पंजीकरण किया है और हर एक को हमने दस लाख रूपये का बीमा कवर दिया है। कोरोना काल में फ्री टेस्ट,फ्री उपचार , गरीबों को फ्री राशन, भरण पोषण भत्ता देने के अलावा दूसरे राज्यों से आये 83 हजार से अधिक प्रवासियों की स्किल मैपिंग हमने करायी। वित्तीय संस्थाओं के सामने गिडगिडाने की जरूरत नहीं पडी। यह वित्तीय प्रबंधन का बेहतर नमूना है। राजकोषीय घाटे को नियंत्रित करने के लिये सरकार की सराहना करनी चाहिये ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने कोरोना काल के दौरान मुफ्त वैक्सीन, मुफ्त टेस्ट अथवा मुफ्त राशन देने में किसी की जाति नहीं देखी। योजनाओं का लाभ सबको एक समान रूप से दिया गया।
प्रयागराज की घटना के एक आरोपी के साथ सपा अध्यक्ष की वायरल फोटो का जिक्र करते हुये श्री योगी ने कहा कि साजिशकर्ता के साथ एक फोटो वायरल हो रही थी। उससे हाथ मिला रहे थे। पीछे पार्टी का फोटो लगा है। फिर भी मुंह छिपाने का प्रयास कर रहे है। उन्होने कहा कि पेशेवर माफिया के संरक्षण कौन थे। जब हम विकास,महिला कल्याण और एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था की बात करते है तो आप सिर्फ जाति की बात करते हैं। आपने प्रदेश को जहां छोड़ा था, उससे कई कदम आगे बढ चुके हैं। एक ट्रिलियन डालर की इकोनामी यूपी बनेगी। इसमें संदेह नही होना चाहिये।
श्री योगी ने कहा कि वर्ष 2016-17 में अनुसूचित जाति जनजाति के 21 लाख से अधिक बच्चों की छात्रवृत्ति तत्कालीन सरकार ने रोक दी थी। मार्च 2017 में सत्ता में आने के बाद भाजपा सरकार ने पिछली और अब की छात्रवृत्ति देने का काम किया। सपा के लोग दलित,वंचित कमजोर पिछडे के हक पर डकैती डालने का काम करते थे और विपक्ष में बैठ कर अब जाति जाति की बात करते है। कोई मुद्दा न मिले तो समाज का ध्यान विकास,निवेश के मुद्दे से हटाने का प्रयास हो रहा है।
उन्होने कहा कि 2016-17 के बजट में राज्य से होने वाली आय के श्रोत का सिर्फ 35 फीसदी योगदान था जबकि 2022-23 में इसका योगदान 44 फीसदी है। 2016-17 में ऋणों से वित्त पोषण 20 फीसदी था जबकि 2022-23 में 16 प्रतिशत हो गया है। यह आत्मनिर्भर यूपी की ओर बढते कदम है।
श्री योगी ने कहा कि एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना ने राज्य की लघु,मध्यम और सूक्ष्म उद्योग (एमएसएमई) को नया जीवन दिया है। यूपी आज निर्यात का हब बन चुका है। पिछली सरकार ने राज्य को वन डिस्ट्रिक वन माफिया बना दिया था। प्रदेश के हर जिले में खनन माफिया,भू माफिया,वन माफिया आदि का कब्जा था। प्रदेश का हर निवासी इस बात को जानता है। ओडीओपी ने उत्तर प्रदेश को वैश्विक पहचान दी है। विश्व के बाजारों में ओडीओपी उत्पाद छाये हुये है मगर नेता प्रतिपक्ष इस पर गर्व करने की बजाय ओडीओपी की तौहीन कर रहे है जो कर्मठ शिल्पकारों का अपमान है। हमारी सरकार कारीगरों के हुनर को आगे बढाने का काम करती है। श्रम शक्ति का सम्मान किया जाता है।
उन्होने कहा कि प्राकृतिक संसाधनो से भरपूर होने के बावजूद देश की अर्थव्यवस्था में उत्तर प्रदेश का योगदान महज आठ फीसदी है जिसे 16 से 17 फीसदी करना है। देश की सबसे अच्छी उर्वरा भूमि यूपी के पास है। सबसे बडा श्रम बाजार और युवा देश भर में उत्तर प्रदेश के पास है। 96 लाख एमएसएमई उत्तर प्रदेश की ताकत हैं। हमारी सरकार ने कनेक्टिविटी बेहतर करने की दिशा में काम किया है। रोड,रेल,एयर कनेक्टिविटी के अलावा वाटर वेज बेहतर हुआ है।तकनीक के मामले में प्रदेश प्रगति कर रहा है। प्रदेश में सभी ग्राम सचिवालय और विद्यालय ब्राड बैंड कनेक्टिविटी से आच्छादित है। हमारे पास स्केल भी है और स्किल भी है और अब छह वर्ष में स्पीड भी बढी है।
श्री योगी ने कहा कि देश की कृषि योग्य भूमि में 11 से 12 फीसदी हिस्सा उत्तर प्रदेश के पास है मगर उत्पादन में हमारी हिस्सेदारी 19 फीसदी करता है। बेहतर उर्वरा भूमि, प्रचुर मात्रा में जल संसाधान और तकनीक के बेहतर इस्तेमाल से कृषि उत्पादन को तीन गुना और बढाया जा सकता है जिसको करने का प्रयास सरकार कर रही है।