Moradabad: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित होगा
3451 जोड़ों के सामूहिक विवाह का है लक्ष्य
मुरादाबाद: मुरादाबाद जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत 18 जनवरी, 23 जनवरी और 27 जनवरी को विधानसभा स्तर पर वृहद सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिलाधिकारी अनुज सिंह ने मुख्यमंत्री उप्र की इस सर्वाधिक महत्वपूर्ण योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों को विस्तृत दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। इस बार मुरादाबाद के लिए 3451 का लक्ष्य निर्धारित है। जिलाधिकारी ने नगर निगम, विकासखंड कार्यालय, नगर पालिका और नगर पंचायत के अधिकारियों को उनके क्षेत्र के आवेदकाें द्वारा किए गए आवेदन पत्रों के सम्बंध में निर्धारित पात्रता शर्तों के अनुरूप सत्यापन की प्रक्रिया समयबद्ध तरीके से पूर्ण कराने हेतु भी निर्देशित किया है। योजना में निराश्रित महिला, विधवा महिला की पुत्री, दिव्यांग अभिभावक की पुत्री और ऐसी कन्या जो स्वयं दिव्यांग हो उसे प्राथमिकता दी जाएगी।
जिला समाज कल्याण अधिकारी शैलेंद्र कुमार गौतम ने रविवार को बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत जनपद मुरादाबाद के लिए 3451 का लक्ष्य निर्धारित है। योजना के अंतर्गत निर्धारित लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत और विकास खंडवार अलग-अलग लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। जिला समाज कल्याण अधिकारी ने आगे बताया कि नगर निगम को 351, विकासखंड मुरादाबाद को 251, विकासखंड भगतपुर टांडा को 351, नगर पंचायत भोजपुर को 50, नगर पंचायत पाक़बड़ा को 50 और नगर पंचायत अगवानपुर को 50 सहित विधानसभा नगर/ग्रामीण हेतु कुल 1103 लाभार्थियों का लक्ष्य निर्धारित है। विकासखंड छजलैट को 351, नगर पंचायत कांठ को 50 और नगर पालिका उमरी कला को 50 सहित विधानसभा कांठ में कुल 451 लाभार्थियों का लक्ष्य है। विकासखंड डिलारी को 401, विकासखंड ठाकुरद्वारा को 351, नगर पालिका ठाकुरद्वारा को 50 और नगर पंचायत ढकिया को 25 सहित विधानसभा ठाकुरद्वारा में कुल 827 लाभार्थियों का लक्ष्य है। विकासखंड बिलारी को 251 और नगर पालिका बिलारी को 51 सहित विधानसभा बिलारी में कुल 302 लाभार्थियों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। विकासखंड डींगरपुर को 351, विकासखंड मुंडापांडे को 351, नगर पंचायत कुंदरकी को 50 और नगर पंचायत महमूदपुर को 16 सहित विधानसभा कुंदरकी के लिए कुल 768 जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया जाना है।