मेरठ न्यूज़: हस्तिनापुर सेंचुरी में जल सफारी के लिए वन विभाग द्वारा भेजे प्रस्ताव में तकनीकी खामियां होने से नए सिरे से कंसलटेंट से प्रस्ताव तैयार कराने की कवायद शुरू हो गई.
सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि वह केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री का मेरठ दौरा कराने के प्रयास में हैं. उनके समक्ष जल सफारी, पर्यटन के प्रस्तावों को रखेंगे. ऊपरी गंगानहर जो माल ढुलाई और स्मीटर चलाने के लिए आज भी उपयुक्त मानी जाती है, वहां हस्तिनापुर सेंचुरी में गंगा में जल सफारी के जरिए पर्यटनों को लुभाने की संभावनाएं हैं. इस प्रस्ताव को पूर्व में शासन को भेजा था, लेकिन अब वन विभाग इसे नए सिरे से तैयार कराने में जुट गया है. डीएफओ राजेश कुमार ने बताया प्रस्ताव कंसलटेंट के जरिए तैयार करा रहे हैं. तकनीकी खामियों को दूर करते हुए प्रस्ताव भेजेंगे. वहीं, ऊर्जा राज्यमंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर का कहना है भोला झाल का प्रस्ताव पहले ही शासन में दे चुके हैं, लेकिन जलसफारी शुरू कराने को लेकर वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर प्रस्ताव देंगे और चर्चा करेंगे.
भोला झाल को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए शासन स्तर पर प्रस्ताव विचाराधीन है. जल सफारी को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात कर प्रस्ताव देंगे. जलसफारी से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. -डॉ. सोमेंद्र तोमर, ऊर्जा राज्यमंत्री
केंद्रीय रेल मंत्री मेरठ वाया हस्तिनापुर-बिजनौर रेल मार्ग देकर हस्तिनापुर को सौगात देने जा रहे हैं. इससे हस्तिनापुर की चमक बढ़ेगी. मेरठ में जल सफारी का प्रस्ताव भी अच्छा है. इसे लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार में प्रयास करेंगे. -राजेंद्र अग्रवाल, सांसद
मेरठ के विकास को लेकर केंद्र-प्रदेश सरकार का फोकस है. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जलसफारी की संभावनाओं को देखते हुए संबंधित मंत्रालयों और अफसरों से बात कर करेंगे.
-डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी, राज्यसभा सांसद
जल सफारी के प्रोजेक्ट को लेकर डीएम से वार्ता के बाद कंसलटेंट के जरिए नए सिरे से प्रोजेक्ट तैयार कर शासन को भेजेंगे. संजय वन के सौंदर्यीकरण एवं जलसफारी को लेकर अलग-अलग प्रस्ताव जल्द ही तैयार हो जाएंगे.
-राजेश कुमार, डीएफओ