वेटिंग एरिया और अलग चैंबर मॉडल ब्लड बैंक में अलग से वेटिंग एरिया

Update: 2023-01-17 10:56 GMT

वाराणसी न्यूज़: मंडलीय और जिला अस्पताल के ब्लड बैंक को हाईटेक किया जाएगा. दोनों बैंकों में नेट टेस्टिंग, एफ्रेसिस और एसडीपी की सुविधा मिलेगी. नेट टेस्टिंग का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि डोनर अगर 72 घंटे पहले एचआईवी संक्रमित हुआ है तो यह जांच में पता चल जाएगा.

अभी दोनों बैंकों में संक्रमण का पता लगाने के लिए एलाइजा जांच होती है, इससे शरीर में 15 दिन पहले हुए एचआइवी संक्रमण के बारे में जानकारी मिल पाती है. जबकि आइडी-नेट मशीन से महज तीन दिन पहले प्रवेश हुए एचआइवी का पता लगाया जा सकेगा. हेपेटाइटिस-बी में एलाइजा से 40 दिन पहले संक्रमण की पहचान होती है, जबकि नई आधुनिक मशीन से 15 दिन के भीतर संक्रमण की जानकारी हो सकेगी. हेपेटाइटिस-सी संक्रमण की पहचान तीन दिन के भीतर हो सकेगी.

जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरके सिंह ने बताया कि मॉडल ब्लड बैंक बनने से मरीजों को फायदा होगा. पिछले दिनों कान्फिडेरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआईआई) की टीम ने हाल में दोनों ब्लड बैंक में निरीक्षण किया था.

होगा. ब्लड कलेक्शन रूम, स्टाफ के लिए अलग से रूम, अलग-अलग जांच के लिए चैंबर, प्रशिक्षण रूम की सुविधा होगी. ऐसे में अगर कोई ब्लड डोनेट करने जाता है तो वह वेटिंग एरिया में अपनी बारी का इंतजार करेगा. इसके बाद जब उसका नंबर आएगा तो वह रक्तदान कर सकेगा.

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