बस्ती न्यूज़: मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने फर्जी प्रवेश मामले में अब तक की पूरी कार्रवाई का विवरण दिया. सीएम ने इस खुलासे के लिए विवि प्रशासन की सराहना करते हुए हर पहलू से जांच के निर्देश दिए.
इस बीच इस मामले में हाईकोर्ट पहुंचे छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति कोर्ट की ओर से दी गई है. यह देखना दिलचस्प होगा कि उनमें से कितने विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं. एमएमएमयूटी में सेमेस्टर परीक्षाएं चल रही हैं. हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि जो परीक्षा होने वाली है, उसमें इन विद्यार्थियों को शामिल किया जाए. विवि प्रशासन उन्हें अलग से बैठाएगा. उनकी उत्तरपुस्तिकाएं भी अलग से सील की जाएंगी. जो परीक्षाएं छूट गई हैं, उन पर कोर्ट ने कोई निर्णय नहीं दिया है. 31 जनवरी तक विद्यार्थियों को अपने प्रवेश की वैधानिकता को सही ठहराने का वक्त दिया गया है.
आज से सीए जांचेंगे बैलेंसशीट इस मामले की जांच एममएएमयूटी के प्रबंध बोर्ड के सदस्य व पूर्व कुलपति प्रो. राम अचल सिंह, अधिष्ठाता, नियोजन स्रोतजनन एवं पुरातन छात्र सम्बंध प्रो. गोविंद पांडेय, डीन यूजी प्रो. पीके सिंह कर रहे हैं. जांच के दौरान ही चौंकाने वाला मामला सामने आया था. पता चला था कि बहुत से बच्चों ने अलग-अलग सत्रों में शुल्क ही जमा नहीं किया है. इसके लिए गठित सीए की टीम से ही छात्रों के शुल्क जमा होने की जांच करेगी.
साक्ष्यों को कर रहे पुख्ता विवि प्रशासन एफआईआर से पहले साक्ष्यों को पुख्ता करने में जुटा है. इसीलिए सभी रिकॉर्ड कब्जे में लेकर जांच की जा रही है. जो भी तथ्य अवैधानिक मिल हैं, उन्हें इकट्ठा किया जा रहा है.