Ayodhya में 2 और 3 फरवरी को धूमधाम से मनाया जाएगा वसंत पंचमी

"उमड़ेगी भक्तों की भीड़"

Update: 2025-02-02 07:31 GMT

अयोध्या: वसंत पंचमी का पर्व इस वर्ष 2 और 3 फरवरी को धूमधाम से मनाया जाएगा। इस पावन अवसर पर सरयू में स्नान और पूजा-अर्चना के लिए लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं। प्रयागराज महाकुंभ से लौटते श्रद्धालुओं का प्रवाह भी लगातार बना हुआ है।

शुक्रवार को ही 8 लाख से अधिक श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे, और वसंत पंचमी के दिन यह संख्या 20 लाख तक पहुंचने की संभावना है। इसे देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और यातायात डायवर्जन लागू कर दिया गया है।

श्रद्धालुओं का सैलाब

अयोध्या में देशभर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, जिनमें विदेशी और एनआरआई भक्त भी शामिल हैं। बढ़ती भीड़ के कारण सरयू घाट, राम मंदिर और हनुमानगढ़ी में दर्शन और पूजन के लिए भक्तों को 5 से 8 किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है। रामलला के दर्शन के लिए विशेष सुगम व्यवस्था की गई है, वहीं मंदिर ट्रस्ट की ओर से नि:शुल्क भोग-प्रसाद भी वितरित किया जा रहा है।

यातायात प्रतिबंध और रेलवे पर बढ़ता दबाव

अयोध्या में चार पहिया वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। जिले की सीमा पर ही वाहनों को डायवर्ट किया जा रहा है, जिससे रेलवे मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई है। अयोध्याधाम रेलवे स्टेशन पर केवल यात्रियों को आने-जाने की अनुमति है, जबकि वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है।

शनिवार को आयुक्त गौरव दयाल, जिलाधिकारी चंद्रविजय सिंह, आईजी प्रवीण कुमार, एसएसपी राजकरण नय्यर और एसपी सुरक्षा बलरामाचारी दुबे ने मेला क्षेत्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की।

हनुमानगढ़ी में दर्शन की नई व्यवस्था

हनुमानगढ़ी में प्रतिदिन 3 से 5 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। भीड़ नियंत्रण के लिए दर्शन मार्ग पर रेलिंग और बैरिकेडिंग लगाई गई है। बढ़ती भीड़ को देखते हुए जगमोहन की ओर जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया गया है। मुख्य प्रवेश द्वार से भक्त मंदिर में प्रवेश कर रहे हैं और दर्शन के बाद पीछे के मार्ग से निकासी हो रही है।

दो दिन मनाई जाएगी वसंत पंचमी

वर्ष 2025 में वसंत पंचमी 2 और 3 फरवरी को मनाई जाएगी। आचार्य शिवेंद्र के अनुसार, इस दिन रेवती नक्षत्र के साथ सिद्ध योग, शुभ, मातंग, रवि, ययीजय, शुभ कर्तरी और बुधादित्य योग बन रहा है। मां सरस्वती की पूजा के लिए पीले वस्त्र, चंदन, पीले फूल और पीले रंग के भोग अर्पित करने का विशेष महत्व बताया गया है।

वसंत पंचमी का शुभ मुहूर्त:

अमृत मुहूर्त: सुबह 7:07 से 8:29 बजे तक

शुभ मुहूर्त: सुबह 9:51 से 11:13 बजे तक

चर मुहूर्त: दोपहर 1:56 से 3:18 बजे तक

लाभ मुहूर्त: दोपहर 3:18 से 4:40 बजे तक

अमृत मुहूर्त: शाम 4:40 से 6:01 बजे तक

इस विशेष अवसर पर भक्तगण श्रद्धा और भक्ति के साथ मां सरस्वती का पूजन कर ज्ञान, बुद्धि और समृद्धि की कामना करेंगे।

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