यूपी हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में वाराणसी लगातार पांचवी बार अव्वल

Update: 2023-09-28 13:25 GMT
वाराणसी। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार विस्तार हो रहा है। कोरोना काल से शुरू हुई कवायद अभी भी जारी है। इसका परिणाम रहा कि उत्तर प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में एक बार फिर वाराणसी ने 85 फीसदी स्कोर हासिल कर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। वाराणसी पांचवी बार अव्वल आया है। जिलाधिकारी एस राजलिंगम व मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने उपलब्धि के लिए स्वास्थ्य विभाग की प्रशंसा की। भविष्य में गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. संदीप चौधरी ने बताया कि हाल ही में प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड (अगस्त) में सभी जनपदों की रैंकिंग प्रदर्शित की गई। इसमें वाराणसी ने लगातार पांचवी बार प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। मंथली डैशबोर्ड के अनुसार अनुमानित गर्भावस्था के सापेक्ष एचआईवी की जांच में 100 फीसदी और बच्चों के सम्पूर्ण टीकाकरण (बीसीजी, पेंटा फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड, मीजल्स-रूबेला) में 100 फीसदी उपलब्धि को लेकर प्रदेश में जनपद ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इसके साथ ही परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों (अंतरा, छाया, कॉपर-टी, पीपीआईयूसीडी व आईयूसीडी) में प्रदेश में दूसरे स्थान, सीएचसी पर प्रसव के सापेक्ष सिजेरियन प्रसव में दूसरे स्थान और अनुमानित प्रसव के सापेक्ष संस्थागत प्रसव को लेकर चौथे स्थान पर रहा। इसके अलावा सम्पूर्ण टीकाकरण समेत 16 संकेतकों पर बेहतर प्रदर्शन किया है। इस बार अराजीलाइन सीएचसी ने पहला, हरहुआ पीएचसी ने दूसरा, पिंडरा पीएचसी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। चिरईगांव पीएचसी चौथे, मिसिरपुर (काशी विद्यापीठ) सीएचसी पांचवें, बड़ागांव पीएचसी छठवें,चोलापुर सीएचसी सातवें,सेवापुरी पीएचसी आठवें और जनपद मुख्यालय नौवें स्थान पर है। सीएमओ ने बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के अधिकारियों और स्वास्थ्यकर्मियों को बधाई दी है। सेवाओं की गुणवत्ता बरकरार रखने के निर्देश दिए हैं।
सीएमओ ने कहा कि जनपद के सभी राजकीय चिकित्सालयों, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों उपकेन्द्रों, आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कार्यक्रम की गुणवत्तापूर्ण चिकित्सकीय व स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। इसके लिए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डॉ एचसी मौर्य और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) संतोष कुमार सिंह के सहयोगात्मक पर्यवेक्षण में अच्छा प्रदर्शन किया है। संकेतकों में सुधार के लिए आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम की अहम भूमिका है। आशा कार्यकर्ता समुदाय से लाभार्थियों को प्रेरित कर चिकित्सा इकाइयों तक लाती हैं। वाराणसी की यह रैंकिंग अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं का सम्मान है। उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मियों से कहा कि मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, नवजात स्वास्थ्य और पोषण संबंधित गतिविधियों की गुणवत्ता बरकरार रखी जाए। समुदाय के अंतिम व्यक्ति तक चिकित्सकीय व स्वास्थ्य का लाभ पहुंचाने के लिए विभाग निरंतर प्रयास कर रहा है। यही सरकार व विभाग का लक्ष्य है। कहा कि वाराणसी की यही उपलब्धि लगातार बनी रहे। इसके लिए समस्त कार्यक्रम नोडल अधिकारियों, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबन्धक, ब्लॉक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धक, डाटा ऑपरेटर, एएनएम व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को निर्देशित किया गया है कि वह नियमित ब्लॉक के साथ ही वीएचएसएनडी, टीकाकरण सत्रों, अंतराल व खुशहाल परिवार दिवस आदि पर विजिट करें। वहां प्रदान की जा रही सुविधाओं के बारे में लोगों की प्रतिक्रिया लें। इसमें उचित कार्रवाई कर सुधार करना सुनिश्चित करें। साथ ही समय से सभी इंडीकेटर्स का शत-प्रतिशत डाटा सुनिश्चित करें।
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