Varanasi: अब निजी कंपनी करेगी एसएसबी में सीटी स्कैन
दिक्कत होने पर पुरानी व्यवस्था बहाल होगी
वाराणसी: बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल की सुपर स्पेशियालिटी ब्लॉक में चल रही सीटी स्कैन और एमआरआई जांच निजी हाथ में सौंपने की तैयारी शुरू हो गई है. अस्पताल प्रबंधन ने इसके लिए पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनशिप) मॉडल पर टेंडर जारी कर दिया है. यह पांच साल के लिए होगा. इसमें कई शर्ते भी हैं. हालांकि जांच की दर में अंतर नहीं आएगा. इस बारे में चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. एसएन संखवार ने कहा कि अभी शाम पांच बजे तक जांच होती है. मरीजों का 24 घंटे तक सेवा देने के लिए यह तैयारी है. इसकी समीक्षा की जाएगी और दिक्कत होने पर पुरानी व्यवस्था बहाल होगी.
सुपरस्पेशियालिटी ब्लॉक में गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, कार्डियोथोरेसिक, इंडोक्राइनोलॉजी, सर्जिकल आंकोलॉजी की ओपीडी चलती है. इन मरीजों को डॉक्टर एमआरआई, सीटी स्कैन लिखते हैं तो उनको बीएचयू अस्पताल स्थित स्वागत कक्ष का चक्कर लगाना पड़ता है. इस समस्या को देखते हुए सीएसआर फंड से 18 करोड़ रुपए की लागत से एसएसबी में 128 स्लाइस की सीटी स्कैन और 1.5 टेस्ला की एमआरआई मशीन लगी थी. इसी महीने में 14 को आईएमएस निदेशक प्रो. एसएन संखवार ने इसका उद्घाटन किया. शुरूआत में चर्चा थी कि रेडियोलॉजी विभाग इसे संचालित करेगा. लेकिन अब इसे पीपीपी मॉडल पर चालने के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है.
पूर्व सैन्य अफसर के घर से लाखों के सामान ले गए: सुंदरपुर स्थित बृजइंक्लेव एक्सटेंशन कॉलोनी में रात रिटायर लेफ्टिनेंट कर्नल पारसनाथ पांडेय के बंद मकान का ताला तोड़कर चोरों ने 50 लाख रुपये से अधिक के सामाना चुरा लिए. पारसनाथ पांडेय दो महीना पहले सिंगापुर में अपने बेटे अनुराग के यहां गए हैं. घर की देखभाल के लिए मोती प्रजापति नामक वृद्ध को रखा है. मोती प्रजापति अपने बीमार पोते कोे देखने रात बड़ी पटिया अपने बेटे के कमरे पर चला गया. इस दौरान चोर चहारदीवारी फांदकर भीतर घुस गए. गलियारे की तरफ के दरवाजे का ताला तोड़कर वे अंदर घुसे. फिर सभी कमरों के ताले तोड़कर आलमारियों से सामान, गहने, नकदी आदि ले गये. भोर 4 बजे मोती लौटा तो जानकारी हुई. चोरों ने मोती के भी बिस्तर को उलट पलट कर देखा था.