Varanasi: अस्पतालों में खोले गए जनऔषधि केंद्र बंद हुए
"टेंडर समाप्त होने के बाद संचालन नई कंपनी को नहीं सौंपा"
वाराणसी: जिले के राजकीय अस्पतालों समेत कुछ सीएचसी-पीएचसी में खोले गए जनऔषधि केंद्र से बंद हो गए. इससे मरीजों की परेशानी बढ़ गई. यह केंद्र अब कब खुलेंगे यह बताने के लिए स्वास्थ्य और ड्रग विभाग दोनों एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं.
सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने कहा कि यह ड्रग विभाग का मामला है, जबकि ड्रग इंस्पेक्टर विवेक सिंह ने बताया कि सीएमओ कार्यालय से दुकानों को हैंडओवर होना है. हम सिर्फ लाइसेंस देते हैं. उधर विभागीय सूत्रों के अनुसार जन औषधि केंद्रों के संचालन के लिए नई कंपनी को टेंडर हुआ है. पुरानी कंपनी ने दुकानें हैंडओवर होने से पहले बंद कर दी है. नई कंपनी को केंद्र सौंपने के लिए एक कमेटी का गठन होगा. इसकी फाइल डीएम कार्यालय में है. वहां से स्वीकृति मिलने के बाद ही आगे की प्रकिया होगी. उधर मंडलीय अस्पताल में बड़ी बाजार से इलाज के लिए आए इदरीश अंसारी ने कहा कि दो दवा मुझे अस्पताल से नहीं मिली. मैंने बाहर से 700 रुपये की दवा ली है. यही हाल अन्य सभी केंद्रों का था. वहां पहुंचे मरीज दिन भर परेशान हुए.
यहां बंद मिले केंद्र: मंडलीय, जिला महिला और जिला अस्पताल के अलावा पांडेयपुर स्थित मानसिक अस्पताल, रामनगर स्थित एलबीएस अस्पताल, चौकाघाट सीएसची सहित अन्य प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर.
सस्ती मिलती है दवा: जन औषधि केंद्र पर जेनरिक दवाएं 50 फीसदी सस्ती मिलती हैं. इन केन्द्रों पर एंटी एलर्जी, एंटी डायबिटिक, कैंसर, विटामिन, बीपी की दवा सस्ते दर में मिलती है. इसके साथ ही सेनेटरी नैपकिन भी सस्ते पर पर मुहैया होते हैं.