Varanasi कोर्ट ने तीसरी बार बढ़ाई सर्वे की मियाद,वुजूखाने के सर्वे की मांग पर आपत्ति
सर्वे की मियाद,वुजूखाने के सर्वे की मांग पर आपत्ति
उत्तरप्रदेश जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत से तीसरी बार एएसआई को सर्वे की मियाद बढ़ने का मौका मिला है. इसके पहले चार अगस्त और आठ सितम्बर को एएसआई के प्रार्थनापत्र पर अदालत ने सर्वे का समय बढ़ाने का आदेश दिया था.
अदालत में सुनवाई के दौरान प्रतिवादी ने इसी बात का जिक्र करते हुए अब समय नहीं देने की दलील भी दी. तब अदालत ने एएसआई अधिवक्ता से पूछा कि क्या चार हफ्ते का समय दिया जाएगा तो सर्वे पूरा हो जाएगा? एएसआई अधिवक्ता अमित श्रीवास्तव ने अवगत कराया कि कोर्ट के आदेश के अनुपालन में एएसआई सर्वेक्षण कार्य बारीकी व गंभीरता से जांच कर रही है. सर्वेक्षण में सभी बिंदुओं को जांच करना चाहती है. इसमें ढांचे के तहखानों और अन्य संरचनाओं का अध्ययन कर रही है. चूंकि ढांचे को बिना किसी क्षति पहुंचाए सर्वे पूरा करना है. इसलिए देरी हो रही है. अदालत ने भी आदेश एएसआई से सहमति जताई कि बारिश के कारण सर्वेक्षण प्रभावित हुआ. तहखानों से मलबा और कचरा हटाने में काफी समय लगता है, क्योंकि यह एक धीमी प्रक्रिया है. एएसआई को यह भी सुनिश्चित करना है कि मौजूदा संरचना को कोई नुकसान न हो. इसलिए मेरा विचार है कि उनके आवेदन पर अनुमति दी जानी चाहिए.
तहखाना प्रकरण में आदेश नहीं आया
ज्ञानवापी परिसर स्थित व्यासजी के तहखाने की निगरानी डीएम को सौंपने और पूजा फिर से शुरू करने की अनुमति देने संबंधी दाखिल वाद के ट्रांसफर के मामले में जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में आदेश नहीं आया.
बारिश से सर्वे प्रभावित हुआ कोर्ट
कोर्ट ने एएसआई अधिवक्ता से पूछा कि अब आखिरी बार बताएं कि सर्वे पूरा करने कितने दिन का समय लगेगा. अधिवक्ता ने कहा कि सर्वे गहराई व गंभीरता से किया जा रहा है. इन दिनों रुक-रुक कर बारिश से काम प्रभावित हुआ है.