UTTARPRADESH : भारी बारिश के बाद बाढ़ में घिरे यूपी के 800 गांव

Update: 2024-07-13 03:07 GMT
UTTARPRADESH : बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, बाराबंकी, सीतापुर के करीब 250 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। वहीं, लखीमपुर खीरी के 150, शाहजहांपुर के 30, बदायूं के 70, बरेली के 70 और पीलीभीत के करीब 222 गांव की बड़ी आबादी बाढ़ के पानी से घिरी हुई है। यूपी के करीब 800 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं।
भारी बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी के बाद यूपी के कई शहरों में अब बाढ़ का असर विकराल रूप लेता जा रहा है। बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, बाराबंकी, सीतापुर के करीब
250 गांव बाढ़
की चपेट में हैं। वहीं, लखीमपुर खीरी के 150, शाहजहांपुर के 30, बदायूं के 70, बरेली के 70 और पीलीभीत के करीब 222 गांव की बड़ी आबादी बाढ़ के पानी से घिरी हुई है। पूर्वांचल के बलिया में भी बाढ़ की स्थिति के चलते कुछ घर बहने की खबर है। यूपी के करीब 800 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं।
शाहजहांपुर शहर में बृहस्पतिवार को पानी घुसने के बाद यहां बाढ़ ने और विकराल रूप ले लिया है। यहां दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर गर्रा नदी की बाढ़ का पानी ढाई-तीन फीट तक बह रहा है। इसकी वजह से यहां कार-बाइक व अन्य छोटे वाहनों का संचालन बंद रखा गया। मुरादाबाद-लखनऊ के बीच नए 22 कॉशन तय करके ट्रेनों को भी धीमी गति से गुजारा जा रहा है।
शाहजहांपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज MEDICAL COLLEGE में बाढ़ का पानी भरने के बाद मरीजों को आसपास के जिन अस्पतालों में शिफ्ट किया गया था, उनमें भी पानी भरने के बाद समस्या विकराल हो गई। शहर के बाहरी हिस्से में बसी आवास विकास कॉलोनी VIKAS COLONY समेत अन्य निचले इलाकों से करीब 10 हजार लोगों ने पलायन किया है। एनडीआरएफ की टीम ने 225 लोगों को बचाया। बाढ़ से एसएस कॉलेज SS COLLEGE के पुस्तकालय में रखीं सैकड़ों साल पुरानी पांडुलिपियां नष्ट हो गई हैं। खीरी, शाहजहांपुर और बरेली BARELI में बाढ़ ने पांच और लोगों की जान ले ली।
अब भी मुश्किल में अवध
अवध के आठ जिलों में बाढ़ से मची तबाही के बाद स्थिति अब धीरे-धीरे सुधरनी शुरू हुई है। उफनाई नदियां धीरे-धीरे शांत हो रही हैं। जल स्तर कम हो रहा है। अब असल समस्या कटान की है। अंबेडकरनगर और बहराइच में सरयू का जलस्तर घटा है। जल स्तर कम होने से गांवों से पानी तो निकल गया, लेकिन धान की फसल नष्ट हो गई है। नेपाल के कुसुम बैराज से 47,682 क्यूसेकQSEC पानी छोड़े जाने के बाद जमुनहा बैराज पर नदी का जलस्तर 127.35 से बढ़ कर 127.90 मीटर पहुंच गया जो खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर अधिक है। अयोध्या में सरयू का जल स्तर 22 सेमी घटा है। इसके बाद भी नदी लाल निशान से 10 सेमी ऊपर बह रही है। सीतापुर मेंनदी की कटान में 34 घर बह चुके हैं।
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