उत्तर-प्रदेश: इंजेक्शन लगने के पंद्रह मिनट बाद युवक की मौत, परिजनों का हंगामा, तीन दिन पहले खाया था जहर
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जहर खाने के बाद उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती युवक की इंजेक्शन लगने के पंद्रह मिनट के भीतर मौत हो गई। उसकी मौत से नाराज परिजन डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। हंगामे की सूचना पर पुलिस भी वहां पहुंच गई। आक्रोशित परिजनों को किसी तरह समझा-बुझाकर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया।
महोबा के बेलाताल गांव निवासी मुकेश रायकवार (20) पुत्र तिजबा खेती करता था। परिजनों के मुताबिक मुकेश ने कर्जा लेकर मूंगफली की फसल लगाई थी लेकिन, बारिश न होने से यह खराब हो गई। इससे मुकेश परेशान रहने लगा। उसने 11 जुलाई को घर में जहर खा लिया था। अचेत होने पर उसे रात में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। उसकी हालत सुधरने पर दो दिन बाद मुकेश को वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। पिता तिजबा के मुताबिक, बुधवार शाम राउंड पर आए डॉक्टरों ने मुकेश के शरीर को गीले कपड़े से साफ करने की सलाह दी। इस पर परिजनों ने उसके शरीर को गीले कपड़े से साफ कर दिया।
इस दौरान उसके नाक में लगी नली निकल गई। नली निकलने से मुकेश को तकलीफ होने लगी। परिजनों ने यह बात डॉक्टरों को बताई लेकिन, डॉक्टरों ने इसे अनसुना कर दिया। करीब दो घंटे बाद उसकी हालत बिगड़ने पर एक डॉक्टर ने मुकेश को दो इंजेक्शन लगाए। पिता का कहना है इंजेक्शन लगने के बाद मुकेश की हालत बिगड़ने लगी। करीब पंद्रह मिनट बाद उसकी मौत हो गई। वार्ड में तैनात डॉक्टर भी गायब हो गए। यह देखकर परिजन बिफर उठे। शव लेने से इनकार करके परिजनों ने वहां हंगामा करना शुरू कर दिया। हंगामे की सूचना मिलने पर नवाबाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
स्टेशन पहुंचते ही बहन को मिली मौत की सूचना
मुकेश से मिलने उसकी छोटी बहन निधि भी बुधवार को ससुराल से अस्पताल पहुंची थी। परिजनों का कहना है मुकेश ने इशारों से खुद को अच्छा बताते हुए उसे लौट जाने को कहा। उससे मिलने के बाद निधि शाम को घर जाने के लिए झांसी स्टेशन पहुंची। यहां पहुंचते ही उसके पास भाई की मौत की सूचना पहुंच गई।