अलीगढ़ शहर में 17 मार्च को लगभग 1000 स्थानों पर होलिका दहन किया जाएगा। शब-ए-बारात व होलिका दहन के कार्यक्रम को शांतिपूर्ण पूरा कराने के लिए पुलिस विभाग ने शहर को 9 सेक्टरों में बांटा है। संवेदनशील व अति संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त फोर्स तैनात किया जाएगा, जिससे अराजक तत्वों पर नजर रखी जा सके और जरा भी गड़बड़ी होने पर तत्काल एक्शन लिया जा सके। नगर निगम की ओर से त्योहार में साफ सफाई की व्यवस्था चौकस रखी जाएगी। होली पर साफ सफाई की व्यवस्था चौकस रखने के लिए शहर को चार सेक्टरों में बांटा गया है और अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। सामान्य कर्मचारियों के अलावा सफाई कर्मचारियों की अलग-अलग टीमें सेक्टरों लगाई जाएंगी। नगर निगम का कंट्रोल रूम भी 24 घंटे सक्रिय रहेगा, जिससे शिकायतें मिलने पर तत्काल इसका निस्तारण किया जाएगा। जलापूर्ति को लेकर खास प्रबंध किए गए हैं। शहर के प्रमुख बाजार जयगंज, अचलताल, बड़ा बाजार, सासनीगेट, रामघाट रोड, सेंटर प्वाइंट, रेलवे रोड, महावीरगंज, फूल चौराहा, कनवरीगंज आदि बाजारों में दुकानदार टेसू के फूलों से होली खेलते हैं। दुकानों के आगे ड्रम रखवा कर टेसू के फूलों का रंग बनाया जाता है। जिसके चलते बाजारों में समय से पानी पहुंचाने की व्यवस्था नगर निगम की रहेगी। बाजार में टैंकरों के जरिए पानी की व्यवस्था की जाएगी।
शहर के अतिसंवेदन शील क्षेत्र कनवरीगंज, देहलीगेट, ऊपरकोट, बड़ा बाजार जैसे क्षेत्रों पर पुलिस की विशेष नजर रहेगी और सिविल वर्दी में भी अधिकारी तैनात रहेंगे। जो हर संदिग्ध व्यक्ति पर नजर बनाए रहेंगे। इस बार 17 मार्च को होली दहन का कार्यक्रम है, वहीं दूसरी ओर इसी दिन शब-ए-बारात भी है। जिसके चलते पुलिस प्रशासन की ओर से कड़े इंतजाम किए गए हैं। जिले में साम्प्रदायिक सौहार्द बना रहे और शांतिपूर्ण ढ़ंग से त्योहार को पूरा किया जा सके, इसके लिए व्यापक व्यवस्था की गई है और पुलिस तंत्र को मजबूत किया गया है। शहर को 9 सेक्टरों में बांटा गया है और हर सेक्टर में एक मजिस्ट्रेट व सीओ की ड्यूटी रहेगी। यह ड्यूटी दो शिफ्ट में चलेगी, जो सुबह 8 से रात 8 बजे तक और रात 8 से सुबह 8 बजे तक रहेगी। इस दौरान अधिकारी रोटेशन में ड्यूटी करेंगे। जिला प्रशासन की ओर से शहर में निगरानी करने के लिए 9 सेक्टर बनाए गए हैं। इसमें रोरावर, तुर्कमान गेट, सब्जी मंडी, मदार गेट, देहलीगेट, जयगंज, रसलगंज, जमालपुर, क्वार्सी शामिल है। इन सभी सेक्टरों पर प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी एलर्ट रहेंगे और अपनी टीमों के साथ क्षेत्र में नजर रखेंगे। जरा भी संदिग्ध स्थिति बनी तो तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाएगी।