उत्तर-प्रदेश: सपा विधायक के बेटे ने दरोगा को दी धमकी, बोला- मैं विधायक का बेटा हूं, कुछ नहीं कर पाओगे
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कानपुर के जाजमऊ में बुधवार को टेनरी पर कब्जे को लेकर हुआ विवाद के मामले में पुलिस ने देर रात कैंट विधायक मो. हसन रूमी के बेटे कामरान समेत 12 नामजद और 50 अज्ञात समेत कुल 62 के खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस ने गुरुवार को सात आरोपियों को गिरफ्तार कर उनका मेडिकल करा जेल भेज दिया। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें लगाई गई हैं। जाजमऊ थाना प्रभारी पवन कुमार ने बताया कि बुधवार को जाजमऊ में शालीमार टेनरी पर कब्जे को लेकर शहनाज जहां, उनके भतीजे मो. आमिर और नासिर में विवाद हो गया था।
विवाद में एक पक्ष से सपा, तो दूसरे पक्ष से भाजपा के लोग एकत्रित हुए और जमकर मारपीट, पथराव, तोड़फोड़ हुई थी। बीट प्रभारी एसआई प्रसून कुमार मिश्रा ने टेनरी संचालक मो. आमिर, सपा विधायक के बेटे कामरान, इरशाद अहमद, मोहम्मद रासिद, सोनू मलिक, हारिस जोरा, कासिर जोरा, नौशाद, शादाब, मुसर्रत, मोहम्मद असहर, शहनाज जहां के भतीजे समेत 50 अज्ञात के खिलाफ बलवा, घातक हथियार से लैस होकर उपद्रव करना, जानबूझ कर चोट पहुंचाना, सरकारी काम में बाधा डालना, हमला कर गंभीर चोट पहुंचाना, जान बूझकर संपत्ति को हानि पहुंचाना, धमकी, सेवन सीएलए की धारा में रिपोर्ट दर्ज की है।
बीच बचाव में दरोगा से की थी धक्कामुक्की
बीट प्रभारी ने बताया कि बुधवार रात 9:15 बजे वह हमराह संग इलाके में गश्त पर थे। तभी उन्हें शालीमार इंडस्ट्री (टेनरी) में कब्जे को लेकर दो पक्षों में विवाद होता दिखाई दिया। हमराह संग वहां पहुंचे और बीच बचाव किया तो उनके साथ भी धक्का मुक्की की थी।
मैं विधायक को बेटा हूं, कुछ नहीं कर पाओगे
दरोगा के अनुसार कैंट विधायक मो. हसन रूमी के बेटे कामरान ने उन्हें धमकी थी कि 'मैं विधायक का बेटा हूं, कुछ नहीं कर पाओगे मेरा...'। ये सुनने के बाद भी टेनरी संचालक व उसके साथयों ने उनसे अभद्रता शुरू कर दी।
ये उपद्रवी भेजे गए जेल
सोनू मलिक, मो. राशिद, इरशाद अहमद, अतीकुर रहमान, एहतेशाम, शाहिद अख्तर।
पुलिस पर दूसरे पक्ष का सहयोग करने का आरोप
टेनरी कब्जे के विवाद के एक पक्ष से मोहम्मद आमिर का आरोप है कि जब तक चाचा नौशाद जीवित थे, कभी भी कोई विवाद नहीं हुआ। अगर उनसे विवाद होता, तो 15 वर्षों से वह टेनरी संचालित न कर रहे होते। जमीन चाचा की थी। टेनरी में लगे रुपये उनके थे। जमीन का किराया वह देते हैं। अब अचानक से टेनरी से निकालना सही नहीं है।
पुलिस भी उनकी नहीं सुन रही है। न ही उनकी तहरीर ले रही है। आरोप है कि पुलिस दूसरे पक्ष शहनाज जहां का सहयोग ले रही है। एडिशनल डीसीपी राहुल मिठान का कहना है कि किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया गया है। बवाल करने वालों को बक्शा नहीं जाएगा। सभी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।