उत्तर-प्रदेश: मां ने दो बेटियों को नदी में फेंका, दोनों की मौत
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देवरिया जिले के तरकुलवा थानाक्षेत्र के बसंतपुर धूसी गांव से शुक्रवार की रात में गायब हुई दो बहनों में से बड़ी बहन का भी शव सोमवार की सुबह रतनपुरा गांव के पास छोटी गंडक नदी से पुलिस ने बरामद किया है। वहीं रविवार को छोटी बहन का शव गंडक नदी के पंचरूखिया घाट से बरामद हुआ था। अभी आरोपी मां पुलिस की पकड़ से दूर है।
थाना क्षेत्र के बसंतपुर धूसी गांव निवासी बृज वासी कुशवाहा का किसी बात को लेकर पत्नी संध्या से शुक्रवार को झगड़ा हुआ था। इसके बाद पति-पत्नी दोनों बेटियां अनीशा (6) और आयुषी (11) के साथ रात में छत पर सोई थी। बृजवासी ने पुलिस को बताया कि देर रात को जब उसकी नींद खुली तो पत्नी और दोनों बच्चियां गायब थीं।
इस मामले में बृज वासी ने शनिवार को पुलिस को तहरीर देकर पत्नी पर ही दोनों बेटियों को गंडक नदी में फेंकने का आरोप लगाया था। जिसमें से छोटी बेटी अनीशा के शव को रविवार को पुलिस ने छोटी गंडक नदी के पंचरूखिया घाट से बरामद कर लिया था। इस बीच सोमवार की सुबह थानाक्षेत्र के रतनपुरा गांव के समीप गंडक नदी में बहते हुए एक शव को लोगों ने देखा। इसकी सूचना पुलिस को दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को नदी से बाहर निकलवाया। शिनाख्त के लिए बृजवासी को मौके पर बुलाया। उसने शव की शिनाख्त अपने बड़ी बेटी आयुषी के रूप में की। जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
नदी में नहाते समय डूबने से छात्र की मौत
ग्राम तरकुलवा के दुबेटोला निवासी अरमान (15) पुत्र खलीउल्लाह शहीद रामचंद्र इंटर कॉलेज बसंतपुर धूसी में दसवीं का छात्र था। वह अपने दो दोस्तों के साथ शनिवार की शाम चार बजे थानाक्षेत्र की छोटी गंडक नदी के कैथवलिया घाट पर नहाने गया था। नहाने के दौरान वह गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। उसे डूबते देख दोस्त शोर मचाना शुरू किए। शोर सुनकर वहां बड़ी संख्या में आसपास के लोग इकट्ठा हो गए।
इस दौरान किसी ने सूचना तरकुलवा पुलिस को दी। पुलिस कर्मियों के साथ थानाध्यक्ष टीजे सिंह मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों की मदद से नदी में दो किलोमीटर तक तलाश कराई। लेकिन अरमान का कहीं पता नहीं चल सका। छात्र का शव रविवार सुबह छोटी गंडक नदी के सबवट घाट पुल के नीचे उतराया मिला।
छात्र का शव जब घर पहुंचा तो मां अफसाना सहित परिजनों में चीख-पुकार मच गई। थानाध्यक्ष टीजे सिंह ने बताया कि परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी नहीं थे। इसके चलते पंचनामा बनाकर शव को परिजनों को सौंप दिया गया।