Mathura: बेटे के फांसी के बाद परिवार वालों ने सुसाइड नोट पर उठाए सवाल
जांच पड़ताल जारी
मथुरा: नरही स्थित हॉस्टल में आईआईटी की तैयारी कर रहे छात्र अनमोल (18) ने फांसी लगा ली. छात्र के पास से एक सुसाइड नोट मिला है. जिसमें लिखा है कि मां, पापा और भाई मुझे माफ कर देना... मै जी नहीं सकता हूं, सभी लोग अपना ख्याल रखना.... वहीं ममेरी बहन ने सुसाइड नोट पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की है. छात्र के कान में ब्लूटूथ और सामने मोबाइल रखा मिला है. जिससे आशंका जताई जा रही है किसी से वीडियो कॉल पर बात भी की है. हजरतगंज पुलिस जांच कर रही है.
बिहार के चमपारण सिस वानिया निवासी शिक्षक दिनेश कुमार का बेटा अनमोल 11 वीं का छात्र था. अनमोल नरही स्थित शिवांगी वैश्य के हॉस्टल में रहकर आईआईटी की कोचिंग भी कर रहा था. पुलिस के मुताबिक रात उसका रूम पार्टनर सुल्तानपुर स्थित अपने घर चला गया. पड़ोस के कमरे में रहने वाले रूपेश पाण्डेय और सागर पाण्डेय ने काफी देर से कमरा बंद होने से दोपहर करीब तीन बजे अनमोल को आवाज दी पर कोई जवाब नहीं मिला. खिड़की से झांककर देखा तो अनमोल गमछा के फंदे से पंखे के सहारे लटका हुआ था. आनन- फानन में उन्होंने हॉस्टल मालिक को सूचना दी. मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी फोरेंसिक टीम की मदद से दरवाजा तोड़कर भीतर गई. इंस्पेक्टर हजरतगंज विक्रम सिंह के मुताबिक अनमोल के पास से एक सुसाइड नोट मिला. फोरेंसिक टीम ने सुसाइड नोट और मोबाइल फोन कब्जे में लेकर जांच के लिए भेज दिया है. इंस्पेक्टर के मुताबिक अनमोल के परिवार वालों को सूचना दे दी गई. चौक में रह रही ममेरी बहन रागिनी शर्मा ने शव की शिनाख्त की. पिता व परिवार के अन्य लोगों के बाद स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट होगी. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
परिवार वालों ने सुसाइड नोट पर उठाए सवाल: अनमोल के पास से मिले सुसाइड नोट में मां, पापा और भाई मुझे माफ कर देना. मैं अब जी नहीं सकता हूं. अपास लोग अपना ख्याल रखना... लिखा है. वहीं मौके पर आई ममेरी बहन रागिनी ने सुसाइड नोट पर सवाल उठाते हुए कहा कि अनमोल पढ़ाई में बहुत अच्छा था. ऐसा कदम वह नहीं उठा सकता है. अनमोल ने यह सुसाइड नोट नहीं लिखा है. जांच कराई जाए. जांच के बाद सच्चाई सामने आएगी.