उत्तर प्रदेश: एसटीएफ व पुलिस टीम अभियान में तीस लाख के गांजा के साथ चार को किया गिरफ्तार
सिटी न्यूज़: गांजा की तस्करी के विरुद्ध चलाए गए अभियान में एसटीएफ व पुलिस टीम ने क्षेत्र के चित्र विश्राम तिराहे के पास से बुधवार की देर शाम एक कार एवं मार्शल जीप से तीस लाख मूल्य का एक कुंतल गांजा बरामद किया। पुलिस टीम ने घटना में प्रयुक्त दो चार पहिया वाहनों सहित चार आरोपियों को मौके से पकड़ा। इनके पास से पांच मोबाइल फोन, आधार कार्ड समेत ड्राइविंग लाइसेंस, एटीएम कार्ड व नगदी चार हजार सात सौ साठ रूपये बरामद हुआ है। पकड़े गए आरोपितों के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट का मुकदमा दर्ज कर कार्यवाई की जा रही है। एसटीएफ फील्ड इकाई प्रयागराज की टीम मीरजापुर के अहरौरा क्षेत्र में चित्र विश्राम के पास गांजा तस्करी की टोह में जुटी थी। पुलिस को सूचना मिली कि अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले एक गिरोह के सरगना व साथियों द्वारा गांजा की बड़ी खेप दो वाहनों स्विफ्ट डिजायर और मार्शल जीप में लोड कर मीरजापुर के अहरौरा इलाके से आजमगढ़ के लिए ले जाया जा रहा है। सूचना का संज्ञान लेकर चौकन्नी हुई एसटीएफ और पुलिस टीम ने चित विश्राम तिराहे के पास मादक पदार्थों की तस्करी में प्रयुक्त वाहन समेत तस्करी में शामिल गिरोह के लोगों का इंतजार करने लगी। बुधवार की देर शाम दोनों संदिग्ध वाहन आते हुए दिखाई दिए। एसटीएफ टीम ने दोनों वाहनों को बल प्रयोग करते हुए रोक कर तलाशी ली गई तो मार्शल में बने गुप्त कैविटी तथा स्विफ्ट डिजायर कार में छिपाकर रखा गया लगभग तीस लाख रूपये का एक कुंतल अवैध गांजा बरामद हुआ।
पुलिस टीम ने मौके से पकड़े गए आरोपितों व गिरोह के सरगना गणेश चौबे से पूछताछ की तो उसने बताया कि भांग की दुकान का लाइसेंस होने की आड़ में अवैध गांजा का व्यापार वर्षों से करता रहा है। ज्यादा पैसा कमाने की लालच में बिहार के बाबू सिंह के माध्यम से उड़ीसा प्रांत के नवरंगपुर निवासी राहुल व दादा नाम के बड़े व्यापारियों संग बड़े पैमाने पर गांजा तस्करी के कारोबार में शामिल हुआ है। एसटीएफ की टीम ने गांजा तस्करी में संलिप्त मनोज पांडेय, अजय यादव, कृष्ण कुमार साहू को भी दबोच लिया जो इस तस्करी में शामिल रहे हैं। पुलिस टीम ने सरगना सहित पकड़े गए आरोपियों के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
दोगुना मुनाफे पर फैला है अवैध गांजे की तस्करी का काला कारोबार: उड़ीसा से अंतरप्रांतीय स्तर पर फैले गांजा के अवैध कारोबार का मामला कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाने की लालच में तस्करों को लुभा रहा है। गांजा कारोबार के जरिए नेटवर्क से जुड़े लोग उड़ीसा की अवैध मंडियों से चोरी-छिपे तीन से पांच हजार रुपये प्रति किलो की दर से खरीदी करते हैं। गांजा की खेप को तस्करी के जरिए उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में छह से लेकर दस हजार रुपये प्रति किलो बेच कर अपनी रकम डबल कर लेते हैं। यहां से भांग की फुटकर दुकानों तथा अन्य अवैध गांजा के अड्डों पर चोरी छुपे इनको बेचकर ठिकाने लगा दिया जाता है। मादक पदार्थ की तस्करी का यह नेटवर्क बड़े पैमाने पर फैला हुआ है।