Noida: शिक्षा के क्षेत्र में ग्रेटर नोएडा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी
ऑस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालय का देश में पहला कैंपस खुलेगा
नोएडा: शिक्षा के क्षेत्र में ग्रेटर नोएडा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी. ऑस्ट्रेलिया का वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय यहां अपना परिसर खोलने जा रहा है,जो उत्तर प्रदेश ही नहीं भारत में पहला परिसर होगा.
इस विदेशी विश्वविद्यालय के लिए ग्रेटर नोएडा वेस्ट के नॉलेज पार्क-5 में डी पार्क के पास 7 एकड़ जमीन चिन्हित कर ली गई है. प्रदेश सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है. लखनऊ में आयोजित समारोह के दौरान प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और विश्वविद्यालय की कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर डेबोरा स्वीनी ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.
वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय ग्रेटर नोएडा में परिसर स्थापित करने वाला पहला विदेशी विश्वविद्यालय होगा. विश्वविद्यालय प्रबंधन ने पहले चरण में वाणिज्यिक भवन बनाने की योजना बनाई है. समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर के दौरान मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय का यह परिसर वैश्विक स्तर की शिक्षा और नवाचार लेकर आएगा, जिससे शिक्षा के क्षेत्र को फायदा होगा. साथ ही भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंध भी मजबूत होंगे. वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय दुनिया के शीर्ष 50 विश्वविद्यालयों में शामिल है. यह स्थिरता और नवाचार में अपनी उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है. यह परिसर उत्तर प्रदेश में उद्यमशीलता को प्रेरित करेगा. स्मार्ट कृषि, जल प्रबंधन और जलवायु अनुकूलन को भी बढ़ावा देगा. इससे राज्य उदीयमान उद्योगों में अग्रणी बनेगा. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी नवीन कुमार सिंह ने बताया कि वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय के लिए 7 एकड़ जमीन आवंटित की जाएगी, जो नॉलेज पार्क-5 में डी पार्क के पास स्थित है.
अमेरिकी कंपनी ने भी भुगतान किया: यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में भी देश- विदेश के प्रमुख शिक्षण संस्थान परिसर खोलने के लिए आगे आ रहे हैं. नोएडा एयरपोर्ट के पास प्रस्तावित अमेरिकन सिटी में 100 एकड़ में विश्वविद्यालय का निर्माण किया जाएगा. अमेरिकी कंपनी ने भूमि आवंटन के लिए यमुना प्राधिकरण को 35 करोड़ का भुगतान कर दिया है. यहां शिक्षण संस्थान के अलावा उद्योग, आवास और मनोरंजन की विश्वस्तरीय सुविधाएं विकसित की जाएंगी.
ऑस्ट्रेलिया का वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय ग्रेटर नोएडा में अपना परिसर खोलने को तैयार है. इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार और विश्वविद्यालय प्रबंधन ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. विश्वविद्यालय के लिए चिन्हित की गई जमीन जल्द आवंटित कर दी जाएगी. एनजी रवि कुमार, सीईओ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण