UTTARPRADESH : अलीगढ़ में गौकशी के अभियुक्तों की गिरफ्तारी को दबिश देने जा रही पुलिस व एसओजी टीम के साथ बुधवार देर रात बड़ी घटना हो गई। टीम में शामिल एक दरोगा की पिस्टल लोड करते समय फंस गई। जिसे दूसरे सब इंस्पेक्टर INSPECTOR द्वारा अनलॉक करने का प्रयास किया तो अचानक गोली चल गई। गोली सब इंस्पेक्टर के पेट पर लगते हुए पास में खड़े एसओजी सिपाही के सिर में जा घुसी। सिपाही की मौके पर ही मौत हो गई। घायल का एसआई SI का इलाज जारी है।
अलीगढ़ के एसएसपी संजीव सुमन के अनुसार नौ जुलाई को थाना गभाना क्षेत्र में एक गौकशी की घटना घटित हुई थी। गौकशी के अभियुक्तों की तलाश में पुलिस टीमें लगीं थीं। बुधवार देर रात इन अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए एक ज्वाइंट टीम का गठन किया गया था। जिसमें थाना गांधीपार्क, गभाना व एसओजी को शामिल किया गया था। दबिश के लिए टीम ने अपने-अपने हथियार लोड किए। इस दौरान एक दरोगा मजहर हसन की पिस्टल लोड करते में फंस गई। उनके द्वारा जब पिस्टल अनलॉक PISTOL UNLOCK नहीं हो सकी तो पास में ही खड़े सब इंस्पेक्टर राजीव कुमार ने पिस्टल को अनलॉक करने का प्रयास किया तो अचानक गोली चल गई। गोली एसआई राजीव के पेट से लगते हुए पास में खड़े एसओजी सिपाही याकूब के सिर में लगी। घटना से पुलिस टीम में हड़कंप मच गया। घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने एसओजी सिपाही को ब्रॉड डेड घोषित कर दिया। घायल एसआई का इलाज जारी है।
घटना ने फिर खड़े किए हथियार चलाने की ट्रेनिंग TRAINING पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर से पुलिस कर्मियों के हथियार चलाने की ट्रेनिंग पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ट्रेनिंग के दौरान यह बताया जाता है कि पिस्टल व दूसरे किसी भी हथियार में गोली फंस जाने या ट्राई करने के समय हथियार को ऊपर आसमान की तरफ कर प्रयास किया जाता है। जबकि थाना गभाना क्षेत्र में हुई घटना में एसआई राजीव कुमार ने पिस्टल को अपने पेट की तरफ रख अनलॉक करना चाहा और गोली चल गई। बीते दिनों ऊपरकोट कोतवाली में भी एक दरोगा के हाथों पिस्टल से चली गोली महिला की लगी थी। जिसमें महिला की मौत हो गई थी।