जनता से रिश्ता : वाराणसी में सूदखोरों द्वारा शोषण की इंतिहा किए जाने का एक और मामला सामने आया है। इसमें कोर्ट के आदेश पर कैंट पुलिस ने सीबीसीआईडी के पुलिसकर्मी समेत पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोप है कि व्यवसाय के लिए पुलिसकर्मी ने 30 लाख रुपये दिए। इसके बदले 40 ब्लैंक चेक और सादे स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करवा लिया। अब तक एक करोड़ 30 लाख वसूल चुका है। ब्लैंक चेक अपने साथियों के नाम से जारी कराकर दो करोड़ 30 लाख और देने के लिए दबाव बना रहा है। इसके लिए धमकी भी दी जा रही है।
नदेसर के जदीद बाजार की सुशीला देवी के पति प्रभुनाथ गुप्ता का निधन हो चुका है। बेटे रवि गुप्ता, राकेश गुप्ता, रोशन गुप्ता और प्रकाश गुप्ता फर्म बनाकर व्यवसाय करते हैं। तीन अक्तूबर 2020 को व्यवसाय के लिए सीबीसीआईडी में तैनात सिपाही अकथा के श्रीनगर कॉलोनी निवासी रणधीर सिंह ने 30 लाख रुपये फर्म के खाते में भेजे। अब तक बेटे एक करोड़ 30 लाख रुपये रणधीर सिंह को दे चुके हैं। इसके बावजूद रणधीर सिंह धमकी देकर 2 करोड़ तीस लाख रुपये की मांग रहा है।साथ ही, अपने साथियों पहड़िया अशोक विहार कॉलोनी के देवेंद्र सिंह, धीरेंद्र प्रताप सिंह, गाजीपुर के नोनहरा के चटाईपरा के आदित्य सिंह व चोलापुर के साई गांव के मनोज मिश्रा के साथ मिलकर कूटरचित कागजातों के आधार पर चेक बाउंस दिखाकर बेटों को बैंक से नोटिस भेजवा रहा है। जबकि अन्य चार से कभी कोई लेन-देन नहीं रही है।
सोर्स-hindustan