उत्तर प्रदेश 22 जुलाई को 'पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ' संदेश के साथ वन महोत्सव मनाएगा।पिछले छह वर्षों में जन सहयोग से 131 करोड़ से अधिक पौधे लगाये गये हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी उत्तर प्रदेश पूरे जोश और उत्साह के साथ वृक्षारोपण का नया कीर्तिमान रचेगा। 15 अगस्त को यूपी में एक साथ 35 करोड़ पौधे रोपे जाएंगे.
उन्होंने कहा कि इस वर्ष वृहद वृक्षारोपण अभियान के दौरान 35 करोड़ पौधे लगाने में हर विभाग, संस्था और नागरिक को भागीदारी निभानी होगी। वृक्षारोपण के विभागवार और प्रभागवार लक्ष्य वन विभाग द्वारा निर्धारित किए गए हैं, जो इस अभियान की नोडल एजेंसी है।
राज्य सरकार ने जुलाई के पहले सप्ताह में जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया था. जागरूकता सप्ताह के दौरान लोगों में काफी उत्साह देखा गया। आम जनता की अधिकतम भागीदारी से ही हरित उत्तर प्रदेश का लक्ष्य पूरा होगा।
प्रत्येक ग्राम पंचायत में कम से कम 1000 पौधे रोपित किये जायें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि शहरी वार्डों में भी वृक्षारोपण के लिये लक्ष्य निर्धारित किये जायें. उन्होंने कहा, "गौशालाओं में पौधे लगवाएं और पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड लगाएं।"
'मुख्यमंत्री कृषक वृक्ष धन' नामक एक योजना है, जो निजी खेत के मेड़ों पर वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करती है। इस योजना के तहत यदि मनरेगा का लाभार्थी अपनी भूमि पर न्यूनतम 200 पौधे लगाता है और उनकी सुरक्षा करता है, तो राज्य सरकार द्वारा तीन वर्षों में 50,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान करने की व्यवस्था है।
यूपी ने 2026-27 तक अपना हरित आवरण मौजूदा 9 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य के अनुसार अगले पांच वर्षों में 175 करोड़ पौधे रोपित कर उनका संरक्षण करना होगा।मुख्यमंत्री ने कहा, ''22 जुलाई को 'वन महोत्सव' के अवसर पर सभी मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों के दौरे पर रहें.''