यूपी समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजे इस बार बिल्कुल स्पष्ट आए हैं। उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से 255 सीटें जीतकर भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है। सपा को 111, भाजपा की सहयोगी अपना दल (एस) को 12, कांग्रेस को 2 और बसपा को मात्र एक सीट मिली है। देश के सबसे बड़े सूबे में कभी सरकार बनाने वाली कांग्रेस की हालत ऐसी हो गई कि इस बार (Uttar Pradesh Vidhan Sabha Chunav 2022) 387 सीटों पर उसके उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। कांग्रेस ने यूपी में 399 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इतना ही नहीं, कांग्रेस को महज 2.4 प्रतिशत वोट शेयर मिला जबकि उससे ज्यादा वोट राष्ट्रीय लोकदल (RLD) को 2.9 फीसदी मिले, जो केवल 33 सीटों पर चुनाव लड़ी थी।
दिलचस्प यह है कि बीजेपी की सहयोगी पार्टी अपना दल (सोनेलाल) की एक भी सीट पर जमानत जब्त नहीं हुई। उसने 27 सीटों पर चुनाव लड़ा था। साफ है कि उसे भाजपा ने वही सीटें दी थीं, जहां से उसके कम से कम फाइट में रहने की संभावना बन रही थी।
जमानत जब्त होने का क्या मतलब है: जब किसी उम्मीदवार को कुल वैध मतों का कम से कम 1/6 वोट भी नहीं मिलता है तो उसकी जमानत जब्त हो जाती है। इस दशा में लोकसभा चुनाव लड़ रहे सामान्य उम्मीदवारों की 25,000 रुपये और विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की 10,000 रुपये जमानत राशि जब्त कर ली जाती है।