Up News: 16 जनवरी की शाम गांव लालगढ़ी में दो बहनों की बारात में बारात की एक कार की टक्कर से दुल्हन के भाई समेत दो लोग घायल हो गए थे। इस पर ग्रामीणों ने कार सवार लोगों से मारपीट कर कार में तोड़फोड़ कर दी थी। वहीं अन्य घायलों के परिजनों ने एलान कर दिया था कि जब तक इलाज का पूरा खर्च नहीं मिल जाता, तब तक शादी नहीं होने दी जाएगी। पूरी रात पंचायत चलती रही, लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। बारात को बंधक बनाए जाने की खबर पर पुलिस पहुंच गई। इसके बाद शुक्रवार को दिन में शादी संपन्न हुई और बारात विदा हो गई। गांव लालगढ़ी निवासी सुखदेव की एक बेटी की बारात अलीगढ़ शहर के धनीपुर से आई थी और दूसरी बारात हरदुआगंज के गांव सैंते से आई थी।
गांव सैंते से आई बारात में एक कार ने दूल्हे के लिए खाना लेने जा रहे दुल्हन के भाई जीतू और सविता समाज के विजय कुमार को टक्कर मार दी। इससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। इस पर ग्रामीणों ने कार सवार लोगों को पकड़ लिया और उनकी बुरी तरह पिटाई कर दी। कार में भी तोड़फोड़ की। किसी तरह वे कार छोड़कर वहां से भाग निकले। इसके बाद घायल के भाई विजय कुमार ने कहा कि जब तक उसके भाई के इलाज का पूरा खर्च नहीं मिल जाता, तब तक वह शादी नहीं होने देंगे। रात में पंचायत हुई, लेकिन मामला नहीं सुलझा।
इस पर पुलिस को सूचना दी गई कि बारात को बंधक बना लिया गया है। शादी नहीं हो रही है। इस पर पुलिस के जवान गांव पहुंचे। पुलिस ने दोनों घायलों को उपचार के लिए अलीगढ़ शहर भेज दिया। बाइक और कार को थाने में खड़ा करा दिया। साथ ही उन्हें समझा-बुझाकर शादी की प्रक्रिया पूरी कराई। इसके बाद 17 जनवरी को दोपहर करीब एक बजे बारात विदा हुई।