नोएडा । सेक्टर-24 स्थित ईएसआई अस्पताल के सामने रविवार शाम बिजली का खंभा लगाते समय करंट की चपेट में आकर सात लोगों के झुलसने के मामले में पुलिस ने सोमवार को सुपरवाइजर शहबान और पेटी ठेकेदार फिरोज अंसारी को गिरफ्तार कर लिया। सविता इलेक्ट्रानिक कंस्ट्रक्शन कंपनी का ठेकेदार और मुख्य आरोपी संजय गोयल अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस आयुक्त श्रीमती लक्ष्मी सिक्के मीडिया प्रभारी ने बताया कि उसकी तलाश में पुलिस की दो टीमें अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। हादसे में बिहार निवासी दिलकश राजा की मौत हो गई थी। मंगलवार को मृतक का अंतिम संस्कार किया जाएगा। अन्य घायलों को उपचार के बाद घर वापस भेज दिया गया है।
इस मामले को लेकर विद्युत निगम के अधिकारियों का कहना है कि खंभा लगाने के लिए शटडाउन नहीं मांगा गया था। यही हादसे की मुख्य वजह बना। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि अनहोनी की आशंका को देखते हुए खंभा लगाने में जुटे कर्मचारियों से लोगों ने सावधानी बरतने को कहा था। हादसे के पहले दो बार कामगार बाल-बाल बचे थे। इसके बावजूद भी वह नहीं माने और बड़ा हादसा हो गया। रविवार पौने सात बजे के करीब अस्पताल के बाहर सात लोग ठेकेदारी में स्ट्रीट लाइट के खंभे लगा रहे थे। इसी दौरान ऊपर से जा रही 11 हजार केवी लाइन की चपेट में सभी आ गए। दिलकश की मौके पर ही मौत हो गई,जबकि आदिल, मूसा, अब्दुल करीम अंसारी, अफरोज, नसीर और मुश्ताक मामूली रूप से झुलस गए। इस दौरान यातायात भी बाधित हुआ था।