मेरठ न्यूज़: कानपुर में तालाब में ट्रैक्टर ट्राली गिरने से 26 लोगों के मरने के बाद पूरे प्रदेश में सड़कों पर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर लोगों के बैठकर चलने पर रोक लगा दी गई थी और दस हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया था। इस सख्ती के बावजूद सड़कों पर ट्रैक्टर-ट्रॉलियां बदस्तूर चल रही है और खस्ताहाल सड़कों के कारण ट्रैक्टर मुसीबत का कारण बन जाते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में हुए हादसे के बाद सड़क सुरक्षा के संबंध में परिवहन विभाग व गृह विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। स्पष्ट निर्देश दिया था कि किसी भी हाल में ट्रैक्टर ट्राली और ट्रक में यात्रा न होने दिया जाए। इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। किसी भी दशा में यात्रा के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली या ट्रक का उपयोग न करें। अपनी व परिवार की सुरक्षा के लिए सुरक्षित साधनों का ही इस्तेमाल करें। सीएम ने सड़क सुरक्षा को लेकर गांवों में विशेष जागरूकता अभियान संचालित करने के निर्देश दिए थे। अपर पुलिस महानिदेशक यातायात अनुपम कुलश्रेष्ठ ने ट्रैक्टर ट्रॉली से सवारियां ढोने पर 10 हजार रुपये जुर्माने का आदेश जारी कर दिया था।
शास्त्रीनगर में पीवीएस से आगे सोमवार को खस्ताहाल सड़क में स्कूटी गिरने से किशोर गिर गया था और उस पर ट्रैक्टर चढ़ गया था जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई थी। हापुड़ अड्डे से लेकर तारापुरी की सड़क खस्ताहाल है और दिन भर इस सड़क पर ट्रैक्टर ट्रालियों का आवागमन लगा हुआ है और आए दिन दुर्घटनाएं भी हो रही है। मंगलवार को गोलाकुंआ के पास ट्रैक्टर की चपेट में आकर एक बाइक सवार घायल हो गया था। सीमेंट और बालू से भरे ट्रैक्टर पर पांच लोग भी सवार थे। खत्ता रोड पर सड़कों पर गहरे गड्ढों के कारण मार्बल्स से भरा ट्रैक्टर पलटने से दो लोग जख्मी हो गए और लोगों ने हंगामा कर दिया था। वहीं नूर नगर और लिसाड़ीगेट क्षेत्र में र्इंटों से भरे ट्रैक्टर आए दिन दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं, इस इलाके की सड़कों के कारण भी दुर्घटनाएं लगातार हो रही है।