फर्जी तरीके से डेढ़ करोड़ रुपये लोन लिया

Update: 2023-08-10 07:34 GMT

गाजियाबाद: इंडियन बैंक की राजेंद्र नगर शाखा के प्रबंधक पर बैंक प्रबंधन ने फर्जी एनएससी लगा 1.50 करोड़ रुपये का लोन लेने का आरोप लगा है.

बैंक ने शाखा प्रबंधक के खिलाफ साहिबाबाद थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. साथ ही आरोपी प्रबंधक ने बैंक ने अंदरुनी जांच के बाद निलंबित कर दिया है. इंडियन बैंक की क्षेत्रीय प्रमुख प्राची अग्रवाल ने साहिबाबाद थाने में राजेंद्र नगर शाखा के प्रबंधक रहे सुनील कुमार और एक खाताधारक विनय प्रताप के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज कराया है. बैंक ने आरोप लगाया है कि सुनील कुमार ने नोएडा सेक्टर-63 शाखा प्रबंधक के रुप में तैनाती के दौरान 1.5 करोड़ रुपये मूल्य की फर्जी एनएससी (राष्ट्रीय बचत पत्र) लगाकर ओडी खाता (ओवरड्राफ्ट खाता) खोला और 1.5 करोड़ रुपये का लोन जारी किया.

यह धनराशि अर्नव ट्रेडिंग कंपनी के जरिए बून सीडस के खातों में डाल दी गई. अप्रैल 2021 में आरोपी प्रबंधक ने राजेंद्र नगर शाखा में तैनाती के दौरान जमीन के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कई कृषि लोन स्वीकृत किए और धनराशि विनय प्रताप के खाते में डाल दी. इसके बाद विनय के खाते से धनराशि धीरे-धीरे निकाल ली और इसे अर्नव ट्रेडिंग कंपनी के खाते में डाला गया. इसके बाद खाते की उधार सीमा निरस्त की और खाता बंद कर दिया गया. बैंक का आरोप है कि एनएससी के सहारे लिए गए लोन को फर्जी खातों के आधार पर दिए गए लोन की धनराशि से कुछ धनराशि चुकाई गई. बैंक ने पूरे फर्जीवाड़े में एक करोड़ रुपये का नुकसान होने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है. इसके अलावा बैंक ने तत्कालीन बैंक प्रबंधक पर एक फर्म के वेतनभोगियों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कृषि लोन देने का आरोप लगाया. पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है.

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