श्रीश्री रविशंकर को TMU डी.लिट की उपाधि से करेगा अलंकृत

Update: 2024-09-11 17:36 GMT
Moradabad मुरादाबाद: तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के स्पेशल कन्वोकेशन-2024 में दुनिया के जाने-माने आध्यात्मिक गुरू एवम् आर्ट ऑफ लिविंग के फाउंडर श्रीश्री रविशंकर 16 सितंबर को आर्ट ऑफ लिविंग के वॉलंटियर्स के संग- संग यूनिवर्सिटी के 15 हजार स्टुडेंट्स से करेंगे संवाद, श्रीश्री युवान को देंगे सक्सेस, पॉजिटिव थिंकिंग, एनर्जेटिक और इनर साइट को इग्नाट करने के टिप्स |
पदम विभूषण, योग शिरोमणि, दुनिया के जाने-माने आध्यात्मिक गुरू, आर्ट ऑफ लिविंग एवम् श्रीश्री यूनिवर्सिटी के फाउंडर, वसुधैव कुटुंबकम के प्रबल पैरोकार, श्रीमदभगवतगीता के मर्मज्ञ, शांतिदूत श्रीश्री रविशंकर का तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद में 16 सितंबर को मंगल आगमन होगा। यूनिवर्सिटी की ओर से पदम विभूषण श्रीश्री रविशंकर को डी.लिट की मानद उपाधि से अलंकृत किया जाएगा। समारोह की अध्यक्षता टीएमयू के कुलाधिपति   सुरेश जैन करेंगे। गुरूदेव यूथ मीट कार्यक्रम के तहत आर्ट ऑफ लिविंग के वॉलंटियर्स के संग- संग यूनिवर्सिटी के 15 हजार स्टुडेंट्स से संवाद करेंगे। आर्ट ऑफ लिविंग के फाउंडर श्रीश्री रविशंकर युवान को सक्सेस, पॉजिटिव थिंकिंग, एनर्जेटिक और इनर साइट को इग्नाट करने के तमाम टिप्स देंगे। पदम विभूषण श्रीश्री रविशंकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की धरा पर पहली बार आ रहे हैं। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में दुनिया के जाने-माने आध्यात्मिक गुरू का साढ़े ग्यारह बजे आगमन होगा। श्रीश्री का यह आतिथ्य तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी की तीसरी पीढ़ी के प्रतिनिधि एवम् एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर  अक्षत जैन की सोच का प्रतिफल है। कुलाधिपति   सुरेश जैन और जीवीसी   मनीष जैन और मेंबर ऑफ गवर्निंग बॉडी  नंदिनी जैन ने उम्मीद जताई, श्रीश्री के मंगल प्रवेश से हमारे हजारों स्टुडेंट्स में नई ऊर्जा का संचार होगा। टीएमयू को वर्ल्ड क्लास बनाने की सोच रखने वाले ईडी   अक्षत जैन कहते हैं, हमारी संस्कृति ही सारी दुनिया में हमें अलग पहचान देती है। भारतीय कला हो या फिर दर्शन, इन्हीं के जरिए आज हमारे देश की पहचान समूची दुनिया में है। बाहरी देश हमारी कला और संस्कृति को अपना रहे हैं। ऐसे में अपनी परम्परा को अपने देश और युवाओं के बीच में लाकर हम केवल अपने दायित्वों का निर्वाहन कर रहे हैं। इसी कड़ी में ही सुदर्शन क्रिया के रिसर्चर श्रीश्री रविशंकर जी के आतिथ्य का हमें परम सौभाग्य मिला है। कुलाधिपति   सुरेश जैन बताते हैं, टिमिट सोसायटी की ओर से संचालित तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी की स्थापना 14 सितंबर को हुई थी। यह हमारा परम सौभाग्य है, सोसायटी अब 24वें वर्ष में मंगल प्रवेश कर जाएगी।
आर्ट ऑफ लिविंग एवम् श्रीश्री यूनिवर्सिटी के फाउंडर श्रीश्री रविशंकर के शुभआगमन की तैयारियां युद्ध स्तर पर प्रारम्भ हो गई हैं। आर्ट ऑफ लिविंग की टीम टीएमयू कैंपस पहुंच चुकी है। टीम की गाइडलाइंस के मुताबिक ही तैयारियां की जा रही हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से गुरूदेव का कार्यक्रम भी जारी कर दिया गया है। 16 सितंबर को 11ः30 बजे टीएमयू कैंपस पहुचेंगे, जहां गर्मजोशी से उनका स्वागत किया जाएगा। एकेडमिक प्रोसेशन की प्रोसीडिंग प्रारम्भ होगी। अतिथियों के मंचासीन होने के बाद मां सरस्वती के समक्ष माल्यापर्ण करके दीप प्रज्ज्वलित किया जाएगा। कुलाधिपति  सुरेश जैन विशेष दीक्षांत समारोह के शुभारम्भ की विधिवत घोषणा करेंगे। वीसी प्रो. वीके जैन स्वागत भाषण देंगे। साथ ही यूनिवर्सिटी की विकास यात्रा पर प्रकाश डालेंगे। रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा पदमविभूषण श्रीश्री रविशंकर को दी जाने वाली डी.लिट की मानद उपाधि के प्रशस्ति पत्र को पढ़ेंगे। इसके बाद इस विशेष दीक्षांत समारोह में हजारों-हजार स्टुडेंट्स, गुरूदेव के फॉलोअर्स के संग-संग शिक्षाविद और ख़ास मेहमानों की उपस्थिति इस ऐतिहासिक पल की साक्षी बनेगी, जब टीएमयू के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन पदमविभूषण श्रीश्री रविशंकर को डी.लिट की मानद उपाधि से अलंकृत करेंगे। कुलाधिपति  सुरेश जैन अध्यक्षीय भाषण देंगे। वोट ऑफ थैंक्स के बाद कुलाधिपति   सुरेश जैन इस विशेष दीक्षांत समारोह की समाप्ति का ऐलान करेंगे। सामूहिक राष्ट्रगान के तुरंत बाद ही पदम विभूषण, योग शिरोमणि, दुनिया के जाने-माने आध्यात्मिक गुरू, आर्ट ऑफ लिविंग एवम् श्रीश्री यूनिवर्सिटी के फाउंडर, वसुधैव कुटुंबकम के प्रबल पैरोकार, श्रीमदभगवतगीता के मर्मज्ञ, शांतिदूत श्रीश्री रविशंकर यूनिवर्सिटी की हजारों-हजार युवा शक्ति से संवाद करेंगे। स्टुडेंट्स के सवालों का जवाब देकर उनकी जिज्ञासा को शांत करेंगे।
उल्लेखनीय है, देश की जानी-मानी हस्तियों ने बतौर अतिथि हमेशा नैक से ए ग्रेड दर्जा प्राप्त तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के हजारों-हजार छात्रों को अपने प्रकाश पुंज से प्रकाशित किया है। मिसाइल मैन एवम् भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, पूर्व मुख्य न्यायाधीश एवम् मानव अधिकार आयोग के चेयरमैन केजी बालकृष्णनन, यूपी के तत्कालीन राज्यपाल   रामनाईक, हरियाणा के तत्कालीन राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी, यूपी के यशस्वी मुख्यमंत्री  आदित्य नाथ योगी, केन्द्रीय मंत्री   नितिन गडकरी भी टीएमयू के स्टुडेंट्स को अपना आशीर्वचन दे चुके हैं। 140 एकड़ में आच्छादित यूनिवर्सिटी के
इस
विराट कैंपस में परमपूज्य गणिनी प्रमुख ज्ञानमति माताजी, संतश्री आचार्य सुधांशु जी महाराज, आचार्य श्रीमद् विजय धर्म धुरंधर सुरिश्वर जी महाराज साहेब कैंपस में ज्ञान की गंगा बहा चुके हैं। बॉलीवुड के मशहूर संगीतकार एवम् गायक   रविन्द्र जैन, जाने-माने पार्श्व गायक सोनू निगम, शान गुरू रंधावा, अमाल मलिक, अरमान मलिक,  सुखविंदर सिंह,   तलत अजीज सरीखे नामचीन सिंगर्स न केवल अपने फनों से स्टुडेंट्स का दिल जीत चुके हैं, बल्कि कोविड-19 में कोरोना पीड़ितों की वर्चुअली हौसलाफजाई भी कर चुके हैं। आईपीएल के चेयरमैन  राजीव शुक्ला, क्रिकेटर  पीयूष चावल, मो. शमी, ओलंपिक कमेटी के सदस्य डॉ. नरेन ध्रुव बत्रा परोक्ष या अपरोक्ष रूप से यूनिवर्सिटी में अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं। डॉ. कुमार विश्वास,  अंजुम रहबर, डॉ. विष्णु सक्सेना, डॉ. हरिओम पवांर, डॉ. नवाज़ देवबंदी सरीखे प्रख्यात कवि और शायर अपने कलाम का जादू चला चुके हैं। इसी सोच को अमली जामा पहनाते हुए टीएमयू ऑडिटोरियम में दो बार आयोजित परम्परा कल्चर इवेंट्स के तहत जाने-माने कव्वाल निजामी बंधु, उस्ताद पंडित शुवेन्दु राव, उस्ताद मुराद अली, उस्ताद अकरम खां, पदमश्री सोमा घोष, कत्थक नृत्यांगना संजुक्ता सिंन्हा एंड ग्रुप, भरतनाट्यम की नृत्यांगना पदमविभूषण डॉ. सोनल मानसिंह, जाने-माने वीणा वादक-   विश्व मोहन भट्ट,   सलिल भट्ट और उस्ताद अकरम ख़ा कला का श्रेष्ठ प्रदर्शन कर चुके हैं।
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