Moradabad मुरादाबाद: तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी अपने स्पेशल कन्वोकेशन-2024 में दुनिया के जाने-माने आध्यात्मिक गुरू एवम् आर्ट ऑफ लिविंग के फाउंडर श्रीश्री रविशंकर को 16 सितंबर- सोमवार को डी.लिट की उपाधि से करेगी अलंकृत, सत्कार के सभी बंदोबस्त मुकम्मल, दिव्यघोष एवम् सेंगल के बीच एकेडमिक प्रोसेशन का हुआ रिहर्सल, आर्ट ऑफ लिविंग के वॉलंटियर्स के संग- संग यूनिवर्सिटी के 15 हजार स्टुडेंट्स से करेंगे संवाद, श्रीश्री युवान को देंगे सक्सेस, पॉजिटिव थिंकिंग, एनर्जेटिक और इनर साइट को इग्नाट करने के टिप्स, आर्ट ऑफ लिविंग के टीचर साकेत कक्कड़ अपने साथियों के संग प्रस्तुत करेंगे रॉक सत्संग |
पदम विभूषण, योग शिरोमणि, दुनिया के जाने-माने आध्यात्मिक गुरू, आर्ट ऑफ लिविंग एवम् श्रीश्री यूनिवर्सिटी के फाउंडर, वसुधैव कुटुंबकम के प्रबल पैरोकार, श्रीमदभगवतगीता के मर्मज्ञ, वैश्विक शांतिदूत श्रीश्री रविशंकर का तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद में 16 सितंबर- सोमवार को शुभ आगमन होगा। आर्ट ऑफ लिविंग की टीम की गाइडलाइंस के मुताबिक यूनिवर्सिटी की ओर से आध्यात्मिक गुरू श्रीश्री रविशंकर के अभिनंदन की 140 एकड़ में आच्छादित यूनिवर्सिटी के इस विराट कैंपस में सभी तैयारियां मुकम्मल हो चुकी हैं। अंतिम तैयारियों के तौर पर इस भव्य और नव्य पंडाल का कुलाधिपति सुरेश जैन, जीवीसी मनीष जैन और एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर अक्षत जैन ने जायजा लिया। दिव्यघोष एवम् सेंगल के बीच रविवार को एकेडमिक प्रोसेशन का रिहर्सल किया गया। यूनिवर्सिटी की ओर से पदम विभूषण श्रीश्री रविशंकर को डी.लिट की मानद उपाधि से अलंकृत किया जाएगा। समारोह की अध्यक्षता टीएमयू के कुलाधिपति सुरेश जैन करेंगे। गुरूदेव यूथ मीट कार्यक्रम के तहत आर्ट ऑफ लिविंग के वॉलंटियर्स के संग- संग यूनिवर्सिटी के 15 हजार स्टुडेंट्स से संवाद करेंगे। आर्ट ऑफ लिविंग के फाउंडर श्रीश्री रविशंकर युवान को सक्सेस, पॉजिटिव थिंकिंग, एनर्जेटिक और इनर साइट को इग्नाट करने के तमाम टिप्स देंगे। पदम विभूषण श्रीश्री रविशंकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की पावन धरा पर पहली बार आ रहे हैं।
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में दुनिया के जाने-माने आध्यात्मिक गुरू का प्रातः साढ़े ग्यारह बजे आगमन होगा। वह दिल्ली से सीधे मुरादाबाद पहुचेंगे। उल्लेखनीय है, श्रीश्री तीन दिनों से दिल्ली में आध्यात्म की गंगा बहा रहे हैं। श्रीश्री के तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में आगमन से पूर्व आर्ट ऑफ लिविंग के टीचर साकेत कक्कड़ अपने साथियों के संग रॉक सत्संग प्रस्तुत करेंगे। कुलाधिपति सुरेश जैन, जीवीसी मनीष जैन, एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर अक्षत जैन और मेंबर ऑफ गवर्निंग बॉडी सुश्री नंदिनी जैन ने कहा, सुदर्शन क्रिया के रिसर्चर श्रीश्री रविशंकर जी के आतिथ्य का हमें परम सौभाग्य मिला है। उन्होंने उम्मीद जताई, श्रीश्री के मंगल प्रवेश से हमारे हजारों स्टुडेंट्स में नई ऊर्जा का संचार होगा। कुलाधिपति सुरेश जैन कहते हैं, टिमिट सोसायटी की ओर से संचालित तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी की स्थापना 14 सितंबर को हुई। हमें गर्व है, सोसायटी अब 24वें वर्ष में मंगल प्रवेश कर गई है। उल्लेखनीय है, टीएमयू फर्स्ट स्पेशल कन्वोकेशन में परमपूज्य गणिनी प्रमुखश्री ज्ञानमति माताजी, जबकि सेकेंड स्पेशल कन्वोकेशन में संतश्री आचार्य सुधांशु जी महाराज को डी लिट की मानद उपाधि से अलंकृत कर चुकी है।
गुरूदेव तय कार्यक्रम के अनुसार 16 सितंबर को 11ः30 बजे नैक से ए ग्रेड दर्जा प्राप्त टीएमयू कैंपस पहुचेंगे, जहां गर्मजोशी से उनका स्वागत किया जाएगा। गोल्फ कार्ट से वह टीएमयू कैंपस की परिक्रमा करते हुए कुलाधिपति के आवास- संवृद्धि जाएंगे। दूसरी ओर एकेडमिक प्रोसेशन की प्रोसीडिंग प्रारम्भ हो जाएगी। यह एकेडमिक प्रोसेशन दिव्यघोष और सेंगल के बीच निकलेगा। जैसे ही यह प्रोसेशन पंडाल के नजदीक पहंुचेगा तो इसमें आर्ट ऑफ लिविंग के फाउंडर श्रीश्री रविशंकर, कुलाधिपति सुरेश जैन, जीवीसी मनीष जैन, ईडी अक्षत जैन शामिल हो जाएंगे। रविवार की एकेडमिक प्रोसेशन रिहर्सल में रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा, डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन, विशेष दीक्षांत समारोह के कन्वीनर प्रो. एमपी सिंह, एग्जाम कंट्रोलर डॉ. प्रदीप अग्रवाल, सीसीएसआईटी के प्राचार्य प्रो. आरके द्विवेदी, डीन एकेडमिक्स मेडिकल कॉलेज प्रो. एसके जैन, डॉ. ज्योति पुरी, डॉ. अमित कंसल, प्रो. नवनीत कुमार, डॉ. अनुराग वर्मा, डॉ. पीयूष मित्तल, डॉ. शिवानी एम. कौल, प्रो. श्योली सेन आदि शामिल रहे। अतिथियों के मंचासीन होने के बाद मां सरस्वती के समक्ष माल्यापर्ण करके दीप प्रज्ज्वलित किया जाएगा। कुलाधिपति श्री सुरेश जैन विशेष दीक्षांत समारोह के शुभारम्भ की विधिवत घोषणा करेंगे। वीसी प्रो. वीके जैन स्वागत भाषण देंगे। साथ ही यूनिवर्सिटी की विकास यात्रा पर प्रकाश डालेंगे। रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा पदमविभूषण श्रीश्री रविशंकर को दी जाने वाली डी.लिट की मानद उपाधि के प्रशस्ति पत्र को पढ़ेंगे। इसके बाद भव्य पंडाल में आयोजित इस विशेष दीक्षांत समारोह में 15 हजार से अधिक स्टुडेंट्स, गुरूदेव के फॉलोअर्स के संग-संग शिक्षाविद और ख़ास मेहमानों की उपस्थिति इस ऐतिहासिक पल की साक्षी बनेगी, जब टीएमयू के कुलाधिपति सुरेश जैन पदमविभूषण श्रीश्री रविशंकर को डी.लिट की मानद उपाधि से अलंकृत करेंगे। कुलाधिपति श्री सुरेश जैन अध्यक्षीय भाषण देंगे। वोट ऑफ थैंक्स के बाद कुलाधिपति सुरेश जैन इस विशेष दीक्षांत समारोह की समाप्ति का ऐलान करेंगे। यह विशेष दीक्षांत समारोह दो सत्रों में होगा। पहले सत्र में श्रीश्री रविशंकर को टीएमयू की ओर मानद उपाधि दी जाएगी। सामूहिक राष्ट्रगान के तुरंत बाद ही दूसरे सत्र में पदम विभूषण, योग शिरोमणि, दुनिया के जाने-माने आध्यात्मिक गुरू, आर्ट ऑफ लिविंग एवम् श्रीश्री यूनिवर्सिटी के फाउंडर, वसुधैव कुटुंबकम के प्रबल पैरोकार, श्रीमदभगवतगीता के मर्मज्ञ, शांतिदूत श्रीश्री रविशंकर यूनिवर्सिटी की हजारों-हजार युवा शक्ति से संवाद करेंगे। स्टुडेंट्स के सवालों का जवाब देकर उनकी जिज्ञासा को शांत करेंगे।