मेरठ: कोरोना की चौथी लहर दस्तक दे चुकी है, केंद्र व राज्य सरकारें लगातार एडवाइजरी जारी कर आम जनता से कोरोना गाइडलाइनों का पालन करने की अपील कर रही है। अस्पतालों में कोई भी मरीज या उसके तीमारदारों को बिना मास्क प्रवेश करने पर पाबंदी लगाई जा चुकी है।
वहीं, जिला अस्पताल का स्टाफ इन गाइडलाइनों की धज्जियां उड़ा रहा है। सोमवार को प्यारेलाल जिला अस्पताल में यहां का स्टाफ बिना मास्क के ही काम करता नजर आया। अस्पताल में सुबह आठ बजे से ही पर्चा बनवाने वाले काउंटर पर लोगों की भीड़ जमा थी। ऐसे में पर्ची बनवाने वालों को कोरोना नियमों का पालन करने का पाठ पढ़ाने के लिए कहा जाता है, लेकिन पर्ची काउंटर का स्टाफ बिना मास्क लगाए नियमों की धज्जियां उड़ाता नजर आया।
ऐसा ही हाल अस्पताल में चल रही विभिन्न ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचे मरीजों व ओपीडी में बैठे डाक्टरों का भी नजर आया। डाक्टरों ने भी मास्क लगाने से परहेज कर रखा है, सवाल यह कि जिन डाक्टरों व स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को कोरोना नियमों का पालन करने का उदाहरण पेश करना चाहिए था, वह खुद ही इनकी अवहेलना कर रहे हैं।