प्रतापगढ़ न्यूज़: मेडिकल कॉलेज में आने वाले मरीजों की देखभाल के लिए आ रहे उनके तीमारदार प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान की धज्जियां ही नहीं उड़ा रहे बल्कि अपने मरीज को और बीमारियों के मुंह में भी धकेलने का काम कर रहे हैं. नवागत प्राचार्य की सख्ती पर काफी समय बाद अस्पताल में कायदे से सफाई हुई तो तीमारदारों व दलालों ने इतना पान गुटखा थूक दिया कि फिर गंदगी फैल गई.
करीब नौ महीने से वेतन नहीं पाने से मेडिकल कॉलेज के सफाईकर्मी परेशान हैं. पहले वाले प्राचार्य के समय तो हालात इतने खराब हो गए थे कि एक महीने का वेतन पाने के लिए कई दिन तक हड़ताल करनी पड़ती थी. इसलिए पोछा तक बंद हो गया था सिर्फ झाड़ू लग रही थी. नए प्राचार्य डॉ. सलिल श्रीवास्तव से कर्मचारियों को उम्मीद बंधी और नियमित सफाई शुरू हुई. लेकिन प्राचार्य सफाई की गुणवत्ता से संतुष्ट नहीं थे. उन्होंने दीवारों तक की रगड़कर धुलाई कराई. लेकिन उनके जाने के बाद कई मरीजों के तीमारदारों व दलालों ने इतना पान गुटखा खाकर थूक दिया कि सफाई दबकर रह गई.
थूकने पर 500 रुपये जुर्माना
करीब पखवारा भर पहले मेडिकल कॉलेज परिसर में थूकने पर 500 रुपये जुर्माना लगा दिया गया. नवागत प्राचार्य के उक्त आदेश की प्रतियां अस्पताल परिसर में जगह-जगह चस्पा हुईं, लेकिन पान गुटखा थूकने वालों पर इसका भी कोई असर नहीं पड़ रहा है.