लखनऊ न्यूज़: लखनऊ में बीते दो सालों से जाम की दिक्कत में बेहद तेजी से इजाफा हुआ है, जबकि इसके समाधान के उपायों का प्रयास भी निरंतर जारी है. इस क्रम में सर्वे में मिले तथ्य चौंकाने वाले निकले हैं. इसके मुताबिक पांच चौराहे ऐसे हैं, जहां चौबीस घंटे के दौरान तीन लाख से ज्यादा वाहन गुजरते हैं, इससे यहां ट्रैफिक लोड सबसे ज्यादा होने से जाम की स्थिति नियमित बनी रहती है.
एक सर्वे के मुताबिक यहां सुबह, दोपहर, शाम आम जनता भीषण जाम से कराह रही है. इसे देखते हुए चिन्हित किए गए सभी पांच चौराहों को एक बार फिर से सुधारने की कवायद शुरू की जाएगी. इनमें पॉलीटेक्निक चौराहा, अयोध्या रोड कमता चौराहा, सुलतानपुर रोड आहिमामऊ, हरदाई रोड दुबग्गा और कानपुर रोड पर अवध चौराहा शामिल है. ये सभी चौराहे कई जनपदों को आपस में जोड़ते है. इस वजह से बाहर से आने वाले वाहनों की संख्या ज्यादा होने से ट्रैफिक लोड तीन लाख से ज्यादा पाया गया है.
पॉलीटेक्निक चौराहे पर वाहनों के अत्यधिक दबाव के चलते रोजाना सुबह शाम के वक्त वाहन चालकों को भीषण जाम से जूझना पड़ता है.
280 - 310 लाख वाहन
सब्जी मंडी आने वाले सैकड़ों वाहनों की सड़क पर पार्किंग. चौराहे के ईदर्गिद सवारी वाहनों की अवैध पार्किंग. चौराहे पर लगे सिग्नल लाइट का पालन नहीं होना.
300 - 325 लाख वाहन
चौराहे के पास सर्विस लेन पर लगे सिग्नल लाइट का पालन नहीं होना. उल्टी दिशा से दूसरे मार्ग पर वाहनों का आना. चौराहे के 50 मीटर में टेंपो और ई रिक्शा का कब्जा.
315 - 365 लाख वाहन
असल समस्या पिकेडली के रास्ते उल्टे दिशा से वाहन पहुंचना. चौराहे पर ई रिक्शा, सिटी बस और ऑटो-टेंपो वालों का कब्जा. ट्रैफिक लोड के हिसाब से सिग्नल टाइमर गड़बड़.
290 - 335 लाख वाहन
सबसे बड़ी दिक्कत सिग्नल लाइट का पालन नहीं करना. ऑटो और ई रिक्शा का ठहराव होना. सड़क किनारे वाहनों की पार्किंग व अवध बस अड्डे से रोडवेज बसों का निकलना.
310 - 350 लाख वाहन
बड़ी समस्या सिग्नल लाइट का टाइमर सेट नहीं होना. वहीं उल्टी दिशा में वाहन का आवागमन होना. निशातगंज और मुंशीपुलिया रोड पर अवैध वाहनों के स्टैंड का होना.
सांसद ने सर्वे के दिए थे आदेश
पॉलीटेक्निक चौराहा
अहिमामऊ चौराहा
दुबग्गा चौराहा
अवध चौराहा
कमता चौराहा:
शहर के पांच चौराहों पर वाहनों का ट्रैफिक लोड ज्यादा है. इससे अधिकांश समय जाम की स्थिति बनी रहती है. इससे आम वाहन सवारों को राहत दिलाने के लिए डिजाइन में बदलाव करने की तैयारी है. इसके लिए मंडलायुक्त के नेतृत्व में कार्ययोजना बनाई जा रही है. -रईस अख्तर, डीसीपी ट्रैफिक,लखनऊ
बीते 20 मार्च को रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह ने जाम की स्थिति पर चर्चा की थी. उन्होंने शहर के पांच मुख्य चौराहों पर ट्रैफिक लोड पर सर्वे करने और जाम की वजह को दूर करने ने निर्देश डीसीपी ट्रैफिक और मंडलायुक्त को दिए थे. इसी क्रम में जाम से जंग लड़ रहे शहर के पांच प्रमुख चौराहों को चिन्हित किया गया. अब इन चौराहों की डिजाइन बदलकर रास्ता बड़ा किया जाएगा.